देहरादूनः राजधानी के वसंत विहार थाना पुलिस ने उत्तराखंड क्रिकेट टीम के एक खिलाड़ी से मारपीट के आरोप में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव समेत 7 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. मारपीट का मामला बीते साल दिसंबर माह का है और खिलाड़ी के पिता ने इस मामले में पुलिस को तहरीर दी थी. अब लंबी जांच के बाद डीआईजी के आदेश पर वसंत विहार थाना पुलिस में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. सीएयू के सचिव पर आरोप है कि जब पीड़ित खिलाड़ी के पिता ने एसोसिएशन से शिकायत की थी, तो उनसे रुपए की मांग भी की गई थी.
जानकारी के मुताबिक, 11 दिसंबर 2021 को उत्तराखंड क्रिकेट टीम राजकोट (गुजरात) में विजय हजारे ट्रॉफी में प्रतिभाग करने पहुंची थी. इस टीम में आर्य सेठी भी शामिल थे. आरोप है कि इस टूर्नामेंट के दौरान टीम के कोच मनीष झा ने आर्य सेठी के साथ मारपीट और गाली गलौज की. आर्य ने इसकी शिकायत सीएयू के सचिव महिम वर्मा से की. उन्होंने इस संबंध में टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा, कोच मनीष झा और वीडियो एनालिसिस पीयूष रघुवंशी से बात की. बात करने के बाद तीनों ने आर्य को एक कमरे में बुलाया और धमकी दी कि उसे गोली मरवा देंगे. जब इस संबंध में आर्य ने सीएयू सचिव से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला सुलझाने के लिए 10 लाख रुपए देने पड़ेंगे, वरना आर्य का करियर बर्बाद कर देंगे.
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इसके बाद आर्य सेठी के पिता वीरेंद्र सेठी ने मामले की शिकायत क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों से की. इस दौरान मनीष झा ने भी आर्य सेठी पर टीम को सपोर्ट नहीं करने का आरोप लगाया, इसके बाद विवाद ओर बढ़ गया. वहीं, सीएयू के सचिव मनीष झा पर वीरेंद्र सेठी ने 10 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया, साथ ही रुपए नहीं देने पर आर्य सेठी का करियर खत्म करने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है.
इसके बाद वीरेंद्र सेठी ने एसोसिएशन के सचिव सहित अन्य 7 लोगों पर मारपीट और उत्पीड़न का आरोप लगाकर वसंत विहार थाने में तहरीर दी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. लंबे समय तक चली जांच के बाद पुलिस ने रिपोर्ट डीआईजी जन्मजेय खंडूड़ी को सौंपी और उसके बाद उनके आदेश पर सोमवार देर रात सीएयू के सचिव महिम वर्मा, सत्यम शर्मा, पीयूष कुमार रघुवंशी, नवनीत मिश्रा सहित संजय गुसाईं, मनीष झा, और पारुल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.