रुद्रप्रयाग: शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के साथ ही समाज सेवा के कई महत्वपूर्ण कार्य करने वाले रुद्रप्रयाग निवासी शिक्षक डॉ. राधेलाल उत्तरांचली को भारतीय दलित साहित्य अकादमी दिल्ली द्वारा आयोजित आगामी 8 दिसंबर को होने वाले एक समारोह में डॉ. अंबेडकर कलाश्री नेशनल अवार्ड 2024 से नवाजा जाएगा.
भारतीय दलित साहित्य अकादमी दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एसपी सुमनाक्षर की ओर से जारी एक पत्र के माध्यम से डॉ. उत्तरांचली को इसकी जानकारी और आमंत्रण दिया गया है. डॉ. राधेलाल उत्तरांचली वर्तमान में अगस्त्यमुनि विकासखंड के जूनियर हाई स्कूल स्वांरी ग्वांस में गणित-विज्ञान में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं.
उपलब्धि: बता दें कि डॉ. उत्तरांचली ने कई कर्मचारी-अधिकारी संगठनों का प्रतिनिधित्व किया है. जिसमें उन्होंने बिना धरना-प्रदर्शन और बिना उग्र आंदोलन किए सरकार से कई दौर की संवैधानिक वार्ता करके शिक्षकों की प्रशिक्षित वेतनमान दिलाए जाने की महत्वपूर्ण मांग को हल करवाया. इसी तरह सूचना अधिकार अधिनियम महासंघ का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए आम जनमानस को जागरूक करवाने में अहम भूमिका निभाई. वर्ष 2009 में सूचना अधिकार अधिनियम में जागरूक नागरिक के तौर पर नेशनल आरटीआई अवार्ड 2009 से सम्मानित हुए. इसी प्रकार सेवास्तंभ, बामसेफ जनपद रुद्रप्रयाग का जिला अध्यक्ष और 'युक्ता' के गढ़वाल मंडलीय उपाध्यक्ष रहते हुए भी कर्मचारियों-अधिकारियों व आम जनमानस की समस्याओं को हल करवाने में अपना सकारात्मक योगदान दिया.
इन पुरस्कार से हो चुके सम्मानित: ऐसे ही महत्वपूर्ण और उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉ. राधेलाल उत्तरांचली को कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है जिसमें डॉक्टरेट की मानद उपाधि, अंतरराष्ट्रीय बेस्ट टीचिंग अवार्ड, डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल अवार्ड, डॉ. अंबेडकर रत्न अवॉर्ड, पृथ्वी रत्न सम्मान, शिक्षक रत्न सम्मान, इंटरनेशनल बेस्ट टीचर अवार्ड, डॉ. अंबेडकर फेलोशिप नेशनल अवार्ड, महात्मा गांधी गौरव सम्मान, उत्तराखंड अचीवर अवार्ड, कोहिनूर ऑफ द इंडिया अवार्ड, भारत रत्न अटल परिवर्तन सम्मान, राष्ट्रीय नोबेल सम्मान, वंदे भारत नेशनल अवार्ड, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम भारतीय रत्न सम्मान मौजूद है.
इसी क्रम में इस बार डॉक्टर अंबेडकर कलाश्री नेशनल अवार्ड 2024 के लिए डॉ. उत्तरांचली का चयन होने पर रुद्रप्रयाग सहित पूरे उत्तराखंड प्रदेश में खुशी की लहर है. यह अवार्ड पिछले 40 वर्षों से लगातार अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले भारत के अलावा विदेश में कार्यरत भारतीयों को दिया जा रहा है. इस वर्ष यह पुरस्कार रुद्रप्रयाग जनपद के शिक्षक डॉ. राधेलाल उत्तरांचली को दिया जा रहा है.
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