देहरादूनः लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों को रौंदे जाने की घटना के खिलाफ आक्रोश देहरादून में भी देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में कांग्रेस से जुड़ी महिलाओं ने किसानों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा. साथ ही कांग्रेस भवन से लेकर गांधी पार्क तक कैंडल मार्च निकाला. वहीं, कांग्रेस ने लखीमपुर हिंसा को लेकर मानवाधिकार आयोग को पत्र भी लिखा है.
कांग्रेस पार्टी से जुड़ी महिलाओं का कहना है कि यह कैंडल मार्च एक सांकेतिक प्रदर्शन भी था और प्रियंका गांधी के साथ पुलिस की ओर से की गई बर्बरता के खिलाफ भी था. इस दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी को जबरन गिरफ्तार करने के विरोध में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई. साथ ही पुलिस और प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई गई है.
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डॉक्टर प्रतिमा का कहना है कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा कर मंत्री का बेटा अपनी गाड़ी से प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंद आता है और पुलिस 3 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाती है. उन्होंने कहा कि जो अन्नदाता बीते 9 महीने से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत है, सरकार उनके आंदोलन को धनबल के दम पर भी खत्म नहीं कर पा रही है तो अब किसानों की हत्या पर उतर आई है.
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बता दें कि मंगलवार शाम तो लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर महिला कांग्रेस की कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा के नेतृत्व में महिलाओं ने कैंडल मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया तो वहीं, यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी लखीमपुर में हुई घटना के खिलाफ कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से घंटाघर तक मशाल जुलूस निकालकर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नारेबाजी की. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस से जुड़ी महिलाओं ने आज इस घटना के विरोध में राजभवन कूच करना था, लेकिन किसी कारणवश इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.