ETV Bharat / state

हरिद्वार 'जल तांडव' के लिए महाराज ने यूपी को बताया कारण, बिजली बिल माफ तो लोन पर भी मिलेगी छूट

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लौट गए हैं. विभिन्न क्षेत्रों का जमीनी स्तर पर जायजा लेकर लौटे मंत्री महाराज ने भी माना है कि नदियों में लगातार खनन हो रहा है. जिसकी वजह से पुल कमजोर हो रहे हैं. उन्होंने ये भी बताया कि हरिद्वार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के बिजली के बिल माफ कर दिए गए हैं.

Satpal Maharaj
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज
author img

By

Published : Jul 20, 2023, 10:11 PM IST

Updated : Jul 20, 2023, 10:56 PM IST

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का बयान

देहरादूनः कोटद्वार में मालन नदी पर बने पुल टूटने के बाद के सेफ्टी ऑडिट पर सवाल उठ रहे हैं. पुल टूटने के बाद कोटद्वार विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने संबंधित आपदा सचिव को कड़ी फटकार लगाई थी. उन्होंने सुरक्षा दीवार निर्माण को लेकर जवाब मांगा. उनके एक्शन के बाद सांसद और विभागों के मंत्री भी नदियों में हो रहे खनन को इसका जिम्मेदार मान रहे हैं. अब पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज ने भी ऋतु खंडूड़ी के गुस्से को जायज ठहराया है.

ऋतु खंडूड़ी के गुस्से को सतपाल महाराज ने सही ठहरायाः लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज ने कोटद्वार में हुई घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी. महाराज ने कहा कि उन्होंने इस घटना का संज्ञान लिया है. जिस तरह से नदियों में लगातार खनन हो रहा है, वो भी इस घटना की एक बड़ी वजह हो सकता है. वो भी अधिकारियों को कई बार पुलों के सेफ्टी ऑडिट को लेकर के दिशा निर्देश दे चुके हैं.

उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी पूरी संभावना है कि पुलों के नीचे लगातार हो रहे खनन की वजह से पुल कमजोर हो रहे हैं. नदियों और नहरों का चैनेलाइजेशन न होना भी इसकी एक बड़ी वजह है. जिसको लेकर वो त्वरित गति से कार्रवाई करने जा रहे हैं. अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी पुलों के फाउंडेशन को चेक किया जाए. जिस पुल की फाउंडेशन कमजोर है, उसको तत्काल ही रिपेयर किया जाए.
ये भी पढ़ेंः 'मिस्टर सिन्हा, मुझे तुरंत समाधान चाहिए'...मालन पुल टूटने पर भड़कीं स्पीकर ऋतु खंडूड़ी, आपदा सचिव को फटकार

लोनिवि देगी हाईकोर्ट में प्रेजेंटेशनः सतपाल महाराज का कहना है कि वो जल्द ही विभाग के माध्यम से हाईकोर्ट में अपना एक प्रेजेंटेशन देने जा रहे हैं. नदियों में मैनुअली रिवर ट्रेनिंग कैसे की जाए? इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. क्योंकि, नदियों में होने वाले रिवर ट्रेनिंग में मशीनें इस्तेमाल होंगी. जिसको लेकर विभाग हाईकोर्ट के सामने अपनी प्रेजेंटेशन देगा. हाईकोर्ट से स्पष्ट आदेश लेगा कि किस तरह से नदियों में चुगान किया जाए. ताकि, नदियों और नहरों में जमा होने वाले गाद, मलबा या रेत बजरी को हटाकर उसे चैनेलाइज किया जाए जा सके.

हरिद्वार आपदा प्रभावित क्षेत्र में बिजली के बिल माफः कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने हरिद्वार जिले में आई बाढ़ पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उनकी ओर से प्रभावित क्षेत्रों में दौरा किया गया. उन्होंने पाया कि लगातार सिल्ट भरने से नदियों और नहरें ओवरफ्लो होने लगी है. लक्सर और खानपुर इलाका सबसे ज्यादा प्रकोप देखने को मिला है.

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. यहां पर 2 महीने के बिजली के बिल भी माफ कर दिए गए हैं. इसके अलावा सरचार्ज और बैंकों से लिए गए लोन को भी फिलहाल स्थगित करने पर चर्चा की जा रही है. वहीं, प्रभावित परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर 2500 प्रति परिवार को दिया गया है.
ये भी पढ़ेंः बाढ़ के हफ्तेभर बाद मंत्री महाराज को आया होश! भीमगोड़ा बैराज का किया निरीक्षण, प्रभावित इलाकों में जाने से किया 'तौबा'

UP की नहरों की सफाई न होने से बढ़ी परेशानीः सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में दौरा किया. उन्होंने पाया कि सोनाली नदी काफी दिनों तक अपने खतरे के निशान से ऊपर बही. इसके अलावा ये भी पाया गया कि कई ऐसे नहरें भी ओवरफ्लो हुईं, जो उत्तर प्रदेश के अंतर्गत है.

जानकारी में आया है कि पहले उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में पड़ने वाली अपनी तमाम नहरों की समय-समय पर सफाई करवाएं करता था, लेकिन लंबे समय से इन नहरों में सफाई न होने की वजह से इनमें लगातार सिल्ट जमा हो रहा है. जिसकी वजह से यह ओवरफ्लो हो रही हैं.

उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उनकी ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ लगातार बातचीत की जा रही है. ताकि, हरिद्वार क्षेत्र में पड़ने वाली अपनी तमाम नहरों में समय-समय पर सफाई कराएं. नहरों में जमा होने वाले सिल्ट को हटाकर उसका चैनेलाइजेशन करें. जिससे नहरों में पर्याप्त मात्रा में पानी बहता रहे और ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों एवं खेतों में न आएं.

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का बयान

देहरादूनः कोटद्वार में मालन नदी पर बने पुल टूटने के बाद के सेफ्टी ऑडिट पर सवाल उठ रहे हैं. पुल टूटने के बाद कोटद्वार विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने संबंधित आपदा सचिव को कड़ी फटकार लगाई थी. उन्होंने सुरक्षा दीवार निर्माण को लेकर जवाब मांगा. उनके एक्शन के बाद सांसद और विभागों के मंत्री भी नदियों में हो रहे खनन को इसका जिम्मेदार मान रहे हैं. अब पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज ने भी ऋतु खंडूड़ी के गुस्से को जायज ठहराया है.

ऋतु खंडूड़ी के गुस्से को सतपाल महाराज ने सही ठहरायाः लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज ने कोटद्वार में हुई घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी. महाराज ने कहा कि उन्होंने इस घटना का संज्ञान लिया है. जिस तरह से नदियों में लगातार खनन हो रहा है, वो भी इस घटना की एक बड़ी वजह हो सकता है. वो भी अधिकारियों को कई बार पुलों के सेफ्टी ऑडिट को लेकर के दिशा निर्देश दे चुके हैं.

उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी पूरी संभावना है कि पुलों के नीचे लगातार हो रहे खनन की वजह से पुल कमजोर हो रहे हैं. नदियों और नहरों का चैनेलाइजेशन न होना भी इसकी एक बड़ी वजह है. जिसको लेकर वो त्वरित गति से कार्रवाई करने जा रहे हैं. अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी पुलों के फाउंडेशन को चेक किया जाए. जिस पुल की फाउंडेशन कमजोर है, उसको तत्काल ही रिपेयर किया जाए.
ये भी पढ़ेंः 'मिस्टर सिन्हा, मुझे तुरंत समाधान चाहिए'...मालन पुल टूटने पर भड़कीं स्पीकर ऋतु खंडूड़ी, आपदा सचिव को फटकार

लोनिवि देगी हाईकोर्ट में प्रेजेंटेशनः सतपाल महाराज का कहना है कि वो जल्द ही विभाग के माध्यम से हाईकोर्ट में अपना एक प्रेजेंटेशन देने जा रहे हैं. नदियों में मैनुअली रिवर ट्रेनिंग कैसे की जाए? इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. क्योंकि, नदियों में होने वाले रिवर ट्रेनिंग में मशीनें इस्तेमाल होंगी. जिसको लेकर विभाग हाईकोर्ट के सामने अपनी प्रेजेंटेशन देगा. हाईकोर्ट से स्पष्ट आदेश लेगा कि किस तरह से नदियों में चुगान किया जाए. ताकि, नदियों और नहरों में जमा होने वाले गाद, मलबा या रेत बजरी को हटाकर उसे चैनेलाइज किया जाए जा सके.

हरिद्वार आपदा प्रभावित क्षेत्र में बिजली के बिल माफः कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने हरिद्वार जिले में आई बाढ़ पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उनकी ओर से प्रभावित क्षेत्रों में दौरा किया गया. उन्होंने पाया कि लगातार सिल्ट भरने से नदियों और नहरें ओवरफ्लो होने लगी है. लक्सर और खानपुर इलाका सबसे ज्यादा प्रकोप देखने को मिला है.

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. यहां पर 2 महीने के बिजली के बिल भी माफ कर दिए गए हैं. इसके अलावा सरचार्ज और बैंकों से लिए गए लोन को भी फिलहाल स्थगित करने पर चर्चा की जा रही है. वहीं, प्रभावित परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर 2500 प्रति परिवार को दिया गया है.
ये भी पढ़ेंः बाढ़ के हफ्तेभर बाद मंत्री महाराज को आया होश! भीमगोड़ा बैराज का किया निरीक्षण, प्रभावित इलाकों में जाने से किया 'तौबा'

UP की नहरों की सफाई न होने से बढ़ी परेशानीः सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में दौरा किया. उन्होंने पाया कि सोनाली नदी काफी दिनों तक अपने खतरे के निशान से ऊपर बही. इसके अलावा ये भी पाया गया कि कई ऐसे नहरें भी ओवरफ्लो हुईं, जो उत्तर प्रदेश के अंतर्गत है.

जानकारी में आया है कि पहले उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में पड़ने वाली अपनी तमाम नहरों की समय-समय पर सफाई करवाएं करता था, लेकिन लंबे समय से इन नहरों में सफाई न होने की वजह से इनमें लगातार सिल्ट जमा हो रहा है. जिसकी वजह से यह ओवरफ्लो हो रही हैं.

उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उनकी ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ लगातार बातचीत की जा रही है. ताकि, हरिद्वार क्षेत्र में पड़ने वाली अपनी तमाम नहरों में समय-समय पर सफाई कराएं. नहरों में जमा होने वाले सिल्ट को हटाकर उसका चैनेलाइजेशन करें. जिससे नहरों में पर्याप्त मात्रा में पानी बहता रहे और ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों एवं खेतों में न आएं.

Last Updated : Jul 20, 2023, 10:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.