नई दिल्ली/देहरादून: उत्तराखंड के पर्यटन, धर्मस्व और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने आज केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल से मुलाकात की. उन्होंने इस दौरान उत्तराखंड की पर्यटन परियोजनाओं के लिए धनराशि जारी करने को कहा है.
सतपाल महाराज ने केंद्रीय मंत्री को उत्तराखंड राज्य की ओर से चारधाम की एक कृति (मॉडल) भेंट की. महाराज ने कहा कि जैसे-जैसे संक्रमण की गति थमेगी और स्थितियों में सुधार होगा, चारधाम की यात्रा को दूसरे राज्यों के लिए भी खोला जाएगा.
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केंद्रीय मंत्री के साथ मुलाकात में सतपाल महाराज ने केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की 'स्वदेश दर्शन' और 'प्रसाद' योजनाओं के अंतर्गत उत्तराखंड सरकार की विभिन्न पर्यटन योजनाओं के लिए धनराशि स्वीकृत करने का भी अनुरोध किया. सतपाल महाराज ने केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी कि स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत टिहरी में इको एंड एडवेंचर डेस्टिनेशन का 98 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. अब केवल टिहरी पार्किंग निर्माण का कार्य शेष बचा है जिसे सितंबर 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा. इसी प्रकार कुमाऊं हेरिटेज सर्किट का कार्य पूर्ण कर लिया गया है.
बातचीत के मुख्य अंश:
- सतपाल महाराज ने केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्रालय से ‘महाभारत सर्किट’ कांसेप्ट पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान करने की अपेक्षा भी जतायी.
- प्रसाद योजना के अंतर्गत केदारनाथ मार्ग पर अवस्थापना सुविधाओं के विकास के तहत 89 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं. बाकी कार्य गतिमान है जिसे अक्टूबर 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा.
- बदरीनाथ धाम के लिये स्वीकृत योजना में अत्यधिक वर्षा और बर्फबारी होने के कारण अपेक्षित प्रगति नहीं हो पायी थी, लेकिन वर्तमान में परियोजना पर निर्माण कार्य तेज गति से किया जा रहा है.
- प्रसाद योजना के अंतर्गत गंगोत्री एवं यमुनोत्री में पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिये सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है. महाराज ने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री को प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति शीघ्र जारी किये जाने का अनुरोध किया.
- सतपाल महाराज ने उत्तराखंड के स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (एसआइएचएम) के सेंट्रलाइजेशन के भारत सरकार के विचारार्थ प्रस्ताव को जल्द स्वीकृती देने का अनुरोध किया.
- अल्मोड़ा स्थित फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट (एफसीआइ) के लिए स्वीकृत 4.75 करोड़ रुपये की राशि में से शेष बची एक करोड़ रुपये की राशि को जारी करने का अनुरोध किया. अबतक इस मद में 3.75 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता जारी की जा चुकी है.
- हल्द्वानी से नैनीताल रोपवे परियोजना के लिये वायबेलिट गैप फंडिंग के प्रस्ताव के अनुमोदन की भी अपेक्षा की है.
- आपदा में क्षतिग्रस्त हो गये केदारनाथ धाम स्थित विभिन्न कुंडों के पुनर्निर्माण के कार्य के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से एनओसी प्राप्त करने में भी मदद का आग्रह किया.