ऋषिकेश: प्रतीत नगर ग्राम पंचायत में प्रशासन और ग्राम प्रधान की लापरवाही के कारण कई लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. पांच साल के बाद भी स्थानीय व्यापारियों को नई दुकानें आवंटित नहीं की गई हैं. जिस कारण पीड़ित लोगों ने दुकानों की मांग को लेकर एडीओ पंचायत के सामने हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने दुकानों का आवंटन खुली लॉटरी से करवाने की मांग की.
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हाई-वे चौड़ीकरण के दौरान अपनी दुकान गंवा चुके लोगों ने अधिकारियों और ग्राम प्रधान के सामने अपना आक्रोश व्यक्त किया. उनका कहना है कि आज फीस भरने के लिए भी उनके पास पैसे नहीं है. ग्राम पंचायत के सदस्यों ने उनसे वादा किया था कि 6 माह के भीतर उन्हें नई दुकानें आवंटित कर दी जाएगी, लेकिन 5 साल बीत गए अभी तक दुकानें बनाकर तैयार नहीं हुई हैं. उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है.
वहीं पंचायत सदस्यों ने भी दुकानों की निर्माण प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा कि नियमों को ताक पर रखकर दुकानों का निर्माण किया जा रहा है. पंचायत सदस्यों के मुताबिक उन्हें दुकान बनने व आवंटन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी.
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वहीं गांव प्रधान शोभा रावत ने बताया कि 6 दुकानें बन चुकी हैं, बची हुई 19 दुकानों को भी जल्द बनाया जाएगा. कुछ विवाद के कारण ये दुकानें नहीं बन पाईं थीं. इस मामले में एडीओ पंचायत श्यामलाल जोशी ने बताया कि दोनों पक्षों से बात की गई है. यहां अभीतक 6 दुकानों का निर्माण हुआ है. जिसमें से 2 का आवंटन हुआ है. बाकि की 4 पर रोक लगा दी गई है.