देहरादून: ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड BIS की उत्तराखंड शाखा ने बुधवार को देहरादून में विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के मौके पर मानक महोत्सव का आयोजन किया. इस मौके पर देहरादून में मौजूद बीआईएस कार्यालय द्वारा समाज के सभी वर्गों के व्यापारियों को बुलाकर एक कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यशाला में रिटेल व्यवसाय, सर्राफा व्यवसाय और तमाम अन्य व्यवसाय से जुड़े हुए प्रतिष्ठित लोगों को बुलाकर उनका स्वागत किया गया. साथ ही समाज में मानकों और गुणवत्ता संंबंधित जागरूकता को लेकर विचार रखे गए. इस कार्यक्रम में उपभोक्ताओं के तमाम अधिकारों पर चर्चा की गई. साथ ही उपभोक्ताओं के लिए मौजूद शिकायत और उसके निवारण के तमाम साधनों के बारे में भी जानकारी दी गई.
उपभोक्ता के लिए सबसे जरूरी है बिल: आज के दौर में जहां गुणवत्ता और उपभोक्ताओं के साथ होने वाली अनियमितताओं को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है, वहीं विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के मौके पर बीएफ उत्तराखंड के निदेशक सुधीर विश्नोई का कहना है कि उपभोक्ता को नुकसान से बचने के लिए सबसे अधिक जागरूक अपने बिल के प्रति रहना है. उनका कहना है कि यदि उपभोक्ता के तौर पर आपके साथ कुछ गलत हुआ है तो उसके समाधान के लिए आपका बिल ही सबसे पहले आपके साथ होता है. अधिकारियों का कहना है कि आज की तारीख में सबसे ज्यादा जागरूकता उपभोक्ता को अपने बिल के प्रति होनी चाहिए. कोई भी सामान बिना बिल के नहीं खरीदना चाहिए. साथ ही उपभोक्ता को अपने इस अधिकार के बारे में भी मालूम होना चाहिए कि वह हर तरह की खरीदारी का बिल प्राप्त करे.
ऑनलाइन कारोबार के बढ़ते चलन में और भी सतर्क रहने की जरूरत: भारतीय मानक ब्यूरो उत्तराखंड के निदेशक सुधीर विश्नोई बताते हैं कि आज जिस तरह से समाज में ई-कॉमर्स का दखल बढ़ा है, ऐसे में उपभोक्ताओं को भी तकनीकी रूप से अपने आप को तैयार रखना होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि ऑनलाइन मार्केट में इतना लाभ जरूर है कि आपको यहां पर बिना बिल के कोई भी सामान नहीं दिया जाता है. उनका यह भी कहना है कि शुरुआत में जब उपभोक्ताओं के अधिकारों को लेकर के बात की गई थी, तो उस समय ऑनलाइन व्यवसाय का चलन इतना नहीं था. लेकिन 2019 में ऑनलाइन मार्केट को लेकर भी पॉलिसी बनाई गई. इसका फायदा 2020 में जब कोविड-19 महामारी आई तो मार्केट में बूस्ट हुए ऑनलाइन मार्केट में मिला.
ये भी पढ़ें: Nanda Gaura Yojana: हरिद्वार में 193 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर डकारे थे रुपए
इस एप को करें डाउनलोड: सुधीर विश्नोई बताते हैं कि हर तरह के बड़े मार्ट और ऑनलाइन शॉपिंग में उपभोक्ताओं को बिल मिलता है. लेकिन छोटे व्यापारियों और गली कोचों में मौजूद दुकानों में अभी भी इस बात की समस्या है कि वहां पर बिल नहीं दिया जाता है. लेकिन धीरे-धीरे यह चलन भी ऑनलाइन पेमेंट के बाद कम हो रहा है. वहीं इसके अलावा सुधीर विश्नोई बताते हैं कि बतौर उपभोक्ता आप भारतीय मानक ब्यूरो की BIS Care एप जरूर डाउनलोड करें. अगर आपके साथ किसी भी तरह की कोई अनियमितता होती है, तो इस पर शिकायत भी कर सकते हैं. साथ ही निदेशक विश्नोई ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो लगातार उपभोक्ताओं को जागरूक करने और गुड क्वालिटी के प्रति उपभोक्ता और दुकानदार दोनों के बीच में सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है.