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मौसम में बदलाव का नतीजा, वक्त से पहले खिला बुरांस

पहाड़ों की रानी मसूरी में इन दिनों बुरांश के फूल खिल गये हैं, जिससे वनों की सुंदरता बढ़ गई है. समय से पहले बुरांश खिलने को मौसम में आये बदलाव का नतीजा माना जा रहा है.

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वक्त से पहले खिला बुरांस
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Published : Feb 13, 2021, 4:09 PM IST

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी के आस-पास के क्षेत्रों- जीरो प्वांइट, हाथी पांव, लाल टिब्बा, धनोल्टी मार्ग पर बुरांश खिल गये हैं, जिससे वनों की सुंदरता बढ़ गई है. बुरांश के इन फूलों की खूबसूरती पर्यटकों को भी खासा आकर्षित कर रहे हैं.

वहीं, यह फूल स्थानीय लोगों के लिए व्यवसाय का जरिया भी है. दरअसल, पर्यटकों को बुरांश के फूल बेचकर स्थानीय लोग अपना खर्च भी निकालते हैं. बुरांश का फूल औषधीय होता है जिसका कई रोगों में उपचार के लिए प्रयोग होता है. खासकर हृदय रोग, रक्तचाप, खून की कमी आदि अनेक रोगों में इसका जूस पीने से लाभ मिलता है.

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बुरांस के फूल पर्यटकों को कर रहे आकर्षित

बुरांश के फलों का जूस काफी लाभदायक भी होता है. इसके फूल से चटनी व जैम भी बनाया जाता है. बुरांश का फूल औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ ही ग्रामीणों की आर्थिकी को बढ़ाने का भी काम करता है. इसके गुणों को देखते हुए इसके फूल को राज्य पुष्प का दर्जा दिया गया है.

पढ़ें- चमोली आपदा: भारत-चीन सीमा पर बसे गांवों में उठने लगी विस्थापन की मांग, सामरिक दृष्टि से होगा नुकसान

वहीं, बुरांश के समय से पहले खिलने पर मसूरी वन प्रभाग की डीएफओ कहकशां नसीम ने कहा कि यह मौसम में हो रहे बदलाव का नतीजा है, क्योंकि कभी ठंड बढ़ रही है तो कभी गर्मी बढ़ जाती है. बीते साल बुरांश कम हुआ था लेकिन इस बार बुरांश अधिक हो रहा है.

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी के आस-पास के क्षेत्रों- जीरो प्वांइट, हाथी पांव, लाल टिब्बा, धनोल्टी मार्ग पर बुरांश खिल गये हैं, जिससे वनों की सुंदरता बढ़ गई है. बुरांश के इन फूलों की खूबसूरती पर्यटकों को भी खासा आकर्षित कर रहे हैं.

वहीं, यह फूल स्थानीय लोगों के लिए व्यवसाय का जरिया भी है. दरअसल, पर्यटकों को बुरांश के फूल बेचकर स्थानीय लोग अपना खर्च भी निकालते हैं. बुरांश का फूल औषधीय होता है जिसका कई रोगों में उपचार के लिए प्रयोग होता है. खासकर हृदय रोग, रक्तचाप, खून की कमी आदि अनेक रोगों में इसका जूस पीने से लाभ मिलता है.

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बुरांस के फूल पर्यटकों को कर रहे आकर्षित

बुरांश के फलों का जूस काफी लाभदायक भी होता है. इसके फूल से चटनी व जैम भी बनाया जाता है. बुरांश का फूल औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ ही ग्रामीणों की आर्थिकी को बढ़ाने का भी काम करता है. इसके गुणों को देखते हुए इसके फूल को राज्य पुष्प का दर्जा दिया गया है.

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वहीं, बुरांश के समय से पहले खिलने पर मसूरी वन प्रभाग की डीएफओ कहकशां नसीम ने कहा कि यह मौसम में हो रहे बदलाव का नतीजा है, क्योंकि कभी ठंड बढ़ रही है तो कभी गर्मी बढ़ जाती है. बीते साल बुरांश कम हुआ था लेकिन इस बार बुरांश अधिक हो रहा है.

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