देहरादून: खाद्य सुरक्षा विभाग ने बीते सप्ताह देहरादून शहर के अलग-अलग इलाकों में 5 दिनों का रैंडम सर्विलांस ड्राइव चलाया गया. इस रैंडम सर्विलांस ड्राइव में मोबाइल फूड वैन के माध्यम से कुल 58 खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग की गई. कुल 58 नमूनों में 9 नमूने प्रशिक्षण में फेल पाए गए हैं, जिसमें लोकल और अगल अलग ब्रांडेड कंपनियों के डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल हैं.
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि मोबाइल फूड वैन की मदद से लिए गए कुल 58 फूड सैंपल में से 9 सैंपल प्रशिक्षण में फेल साबित हुए हैं. पारस ब्रांड का फुल क्रीम दूध, अमूल कंपनी का फुल क्रीम दूध, हरिद्वार की अविना कंपनी का फुल क्रीम दूध, मिल्क इंडिया ब्रांड डबल टोंड दूध जांच में फेल पाया गया है.
इनके पैकेट में प्रदर्शित की गई न्यूट्रिशन की मात्रा निर्धारित मात्रा से कम होने के कारण यह प्रोडक्ट जांच में फेल हो गए हैं. इसके अलावा शहर की 9 रिटेल डेयरी शॉप से भी खुले दूध की सैंपलिंग की गई थी, जिसमें भी 4 डेयरी के खुले दूध के सैंपल जांच में हुए हैं.
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि सैंपल के तौर पर लिए गए दूध में न्यूट्रिशन की मात्रा निर्धारित मात्रा से काफी कम पाई गई है, जिसकी एक वजह दूध में पानी की मिलावट या दूध की प्रॉपर हैंडलिंग ना होना हो सकती है.
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जानकारी के लिए बता दें कि लो न्यूट्रिशन दूध का रेगुलर सेवन करने से कैल्शियम सहित कई माइक्रोन्यूट्रिएंट की शरीर में कमी हो सकती है. ऐसे में जिन विक्रेता एवं निर्माता कंपनियों के प्रोडक्ट रैंडम सैंपलिंग में फेल हुए हैं. उन्हें जिला खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से नोटिस भेजा जा रहा है, जिसमें संबंधित विक्रेता या कंपनी को फेल हुए प्रोडक्ट का विक्रय रोकने और क्वालिटी में सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं.