देहरादून: राजधानी के आईआरडीटी प्रेक्षागृह में एससीईआरटी की तरफ से राज्य स्तरीय संगीत एवं कला अध्यापक प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिरकत की. वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर मशहूर बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल कार्यक्रम में उपस्थित रहे. इस दौरान जुबिन ने कई जौनसारी और हिंदी गीतों की भी प्रस्तुति दी.
-
उक्त कार्यक्रम में प्रदेश शिक्षा विभाग में प्रतिभावान शिक्षकों को सम्मानित किया।
— Arvind Pandey (@TheArvindPandey) March 17, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के रत्न स्वरूप, संगीत जगत में अपनी गायकी से सबको मंत्रमुग्ध करने वाले श्री जुबिन नौटियाल (@JubinNautiyal) जी सम्मिलित रहे।#EducationDepartment | #Uttarakhand pic.twitter.com/nMoRzOb0JC
">उक्त कार्यक्रम में प्रदेश शिक्षा विभाग में प्रतिभावान शिक्षकों को सम्मानित किया।
— Arvind Pandey (@TheArvindPandey) March 17, 2021
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के रत्न स्वरूप, संगीत जगत में अपनी गायकी से सबको मंत्रमुग्ध करने वाले श्री जुबिन नौटियाल (@JubinNautiyal) जी सम्मिलित रहे।#EducationDepartment | #Uttarakhand pic.twitter.com/nMoRzOb0JCउक्त कार्यक्रम में प्रदेश शिक्षा विभाग में प्रतिभावान शिक्षकों को सम्मानित किया।
— Arvind Pandey (@TheArvindPandey) March 17, 2021
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के रत्न स्वरूप, संगीत जगत में अपनी गायकी से सबको मंत्रमुग्ध करने वाले श्री जुबिन नौटियाल (@JubinNautiyal) जी सम्मिलित रहे।#EducationDepartment | #Uttarakhand pic.twitter.com/nMoRzOb0JC
कार्यक्रम में चित्रकला के तहत पोस्टर चित्रांकन में देहरादून के सुनील कुमार, अल्मोड़ा के कृष्ण चंद्र ने प्रथम और द्वितीय स्थान हासिल किया है. इसी तरह कंपोजिशन में देहरादून के संजय रावत ने प्रथम स्थान और बागेश्वर के हरिमोहन कंसेरी ने द्वितीय स्थान हासिल किया है.
ये भी पढ़ें: फटी जींस पर सीएम तीरथ का ज्ञान, बोले- पश्चिमी संस्कृति के पीछे पागल युवा
वहीं, शास्त्रीय गायन में चंपावत की नमिता मुरारी ने प्रथम स्थान हासिल किया है. वहीं, पौड़ी गढ़वाल के हिमांशु जोशी ने द्वितीय स्थान हासिल किया है. लोक गायन में पौड़ी गढ़वाल के प्रताप सिंह को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है और बागेश्वर के हरीश राम को द्वितीय स्थान मिला है.
इस दौरान शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि भौतिवादी युग में अध्यात्म और संगीत से जुड़कर ही अवसाद जैसी असाध्य बीमारी से मुक्ति मिल सकती है. साथ ही उन्होंने महापुरुषों के गुणों को कविता की इन पंक्तियों के माध्यम से व्यक्त किया. जिसमें उन्होंने कहा कि 'देता संघर्षों को न्योता, मानवता की खातिर जग में... ठोकर से करता दूर आती बाधा जो भी पग में, वही सूरमा दुनिया में पूजा जाता है'.