देहरादून: कोरोना के घटते ग्राफ के बीच अब डेंगू की दस्तक होने लगी है. जिसको लेकर स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो चुका है. स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू मरीजों के सैंपल को जांच के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजा है. जिसका मुख्य उद्देश्य समय रहते डेंगू के स्ट्रेन का पता लगाना है.
जिला मलेरिया अधिकारी देहरादून डॉ. सुभाष जोशी ने बताया डेंगू मरीजों के खून के सैंपल्स को पीजीआई चंडीगढ़ भेजने का मुख्य उद्देश्य डेंगू के स्ट्रेन का पता लगाना है. जिसकी रिपोर्ट सम्भवतः अगले सप्ताह तक प्राप्त हो जाएगी.
वहीं, डॉ. जोशी ने बताया कि डेंगू के 4 अलग-अलग तरह के स्ट्रेन होते हैं. जिसमें Den-1, Den-2, Den-3 और Den- 4 शामिल है. अब तक Den-1 और Den-3 स्ट्रेन बीते सालों में उत्तराखंड में दस्तक दे चुका है. साल 2019 में जब प्रदेश में डेंगू के 10 हजार से ज्यादा मरीज सामने आए थे, तब प्रदेश में डेंगू का Den-3 स्ट्रेन मिला था.
बता दें कि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मादा मच्छर के काटने से होते हैं. डेंगू एक तरह का वायरस है, जो एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.
वहीं, मलेरिया मादा एनाफिलिस मच्छर के काटने से होता है. इस मच्छर में प्लाज्मोडियम नाम का परजीवी पाया जाता है. जिसके कारण व्यक्ति को तेज बुखार, सर दर्द के साथ ही कंपकपी का अहसास होने लगता है.
मॉनसून के बीच देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग भी सकते में हैं. बुधवार को चार और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. स्वास्थ विभाग के मुताबिक चारों की स्थिति सामान्य है. घर पर ही ये मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. देहरादून जिले में अब तक डेंगू के 33 मामले मिल चुके हैं.
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डेंगू के बढ़ते मामले स्वास्थ्य महकमा के लिए चुनौती है. डेंगू की रोकथाम के लिए शहर में निरंतर दवा का छिड़काव और फॉकिंग अभियान चलाया जा रहा है. जिले में अब तक 9,18,254 आबादी के अंतर्गत 1,86,445 घरों का सर्वे किया गया है, जिसमें से 8,914 घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा पाया गया है. जिसे विभाग की टीम ने नष्ट कर दिया.
डेंगू से बचाव के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम भी लगातार चलाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने प्रदेशवासियों को डेंगू और मलेरिया से बचने की अपील की है. उन्होंने लोगों से घरों के आसपास पानी एकत्र होने वाले स्थानों की नियमित साफ-सफाई करने की अपील की. इसके साथ ही हमेशा पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने और डेंगू मलेरिया का कोई भी लक्षण मिलने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क करने को कहा है.
वहीं, हल्द्वानी में डेंगू को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर है. 2 साल पहले डेंगू बेकाबू हो गया था, जिससे कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इस बार स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की कोशिश है कि डेंगू की शुरूआत ही ना होने दी जाए. मेयर ने बताया कि जिले में डेंगू लारवा पैदा होने वाले स्थानों, गली-मोहल्लों में पहले चरण की फागिंग करवा दी गई है. सुशीला तिवारी अस्पताल में डेंगू का आइसोलेशन वॉर्ड अलग से बनाया जाएगा. डेंगू के हालात पिछले सालों की तरह हल्द्वानी में बेकाबू ना हो, इसको देखते हुए हल्द्वानी नगर निगम पहले से ही पूरी तैयारियां करने का दावा कर रहा है.