देहरादून: पंचायत चुनाव को लेकर अब राजनीतिक दलों की नजर ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर हैं. इसको लेकर भाजपा ने पंचायत चुनाव में जीते सदस्यों से मुलाकात का सिलसिला शुरू कर दिया है. खास बात ये है कि पार्टी ने सभी 12 जिलों में अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीयों का सहारा लेने की बात कही है. वहीं, पार्टी पर धनबल का प्रयोग करने के आरोप भी लग रहे हैं, जिसको लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने खारिज कर दिया है.
उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के दौरान मौजूदा स्थिति को देखते हुए अब जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख की सीटें कब्जाने को लेकर रणनीति तय की जाने लगी है. इसमें निर्दलीय जीतकर आए प्रत्याशियों को भी रिझाने का सिलसिला शुरू हो गया है. हालांकि, भाजपा की तरफ से जीत कर आए भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को बुलाया जा रहा है, लेकिन इसके बाद अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने के लिए निर्दलीयों से भी समर्थन लिए जाने की बात कबूल की जा रही है.
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने ये साफ कर दिया है कि पार्टी यूं तो तमाम जगहों पर भारी बहुमत के साथ जीत कर आई है. लेकिन, अगर निर्दलीय उन्हें समर्थन देते हैं, तो पार्टी उनका समर्थन लेने के लिए तैयार है. वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर धनबल का आरोप लगाया. जिस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि यह परिपाटी कांग्रेस की रही है और भाजपा वो दल है, जिसने दल बदल कानून बनाया. ऐसे में कांग्रेस झूठे आरोप लगाकर महज खुद की हार को भुलाना चाहती है.