देहरादून: विधानसभा सत्र के दौरान जहां कांग्रेस ने सरकार को सदन में घेर रखा है, तो वहीं हरीश रावत ने गन्ना किसानों और शराब कांड को लेकर सदन के बाहर धरना शुरू कर दिया है. सरकार विपक्ष के विधायकों से पार पाती, इससे पहले बीजेपी के एक विधायक ने भी आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
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दरअसल, द्वाराहाट से विधायक महेश नेगी ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारी आरसी पुरोहित के दफ्तर में धरना देकर आमरण अनशन शुरू कर दिया है. महेश नेगी का आरोप है कि आरसी पुरोहित उनके क्षेत्र में पास किए गए पुलों और सड़कों का निर्माण होने नहीं दे रहे हैं. जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है.
महेश नेगी का कहना है कि जनता ने उन्हें विधायक बनाया है, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान कर सकें, लेकिन कई बार पत्र लिखने के बाद भी आरसी पुरोहित उनके क्षेत्र में सड़कों और पुलों का निर्माण नहीं करवा रहे हैं. जबकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनके क्षेत्र में इन सभी कामों को स्वीकृति प्रदान कर दी है, लेकिन विभाग मुख्यमंत्री के आदेशों को भी दरकिनार कर रहा है. विधायक महेश नेगी का कहना है कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो जाता. तब तक वह पीडब्ल्यूडी चीज के दफ्तर में आमरण अनशन पर ही बैठे रहेंगे.
फिलहाल, सदन के अंदर जहां कांग्रेस ने सरकार के माथे पर बल डाला हुआ है, तो वहीं सरकारी अधिकारी आरसी पुरोहित के दफ्तर के अंदर बीजेपी विधायक का आमरण अनशन यह बताता है कि राज्य में नौकरशाह किसी की नहीं सुन रहे हैं.