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भाजपा नेता शादाब शम्स बने उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड के नए अध्यक्ष, निर्विरोध चुने गए

भाजपा नेता शादाब शम्स उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष बनाये गये हैं. शम्स को निर्विरोध चुना गया है. शादाब राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा में अल्पसंख्यकों के नये और मजबूत चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं.

BJP leader Shadab Shams became the new president of Uttarakhand Waqf Board
शादाब शम्स उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष
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Published : Sep 7, 2022, 1:15 PM IST

Updated : Sep 7, 2022, 1:47 PM IST

देहरादून: सचिवालय में आज वक़्फ़ बोर्ड उत्तराखंड के लिए नए अध्यक्ष का चुनाव हुआ. जिसमें भाजपा नेता शादाब शम्स उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष बनाये गये हैं. शादाब शम्स निर्विरोध उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष चुने गये हैं.

बता दें इससे पहले इसी साल 2021 में देश के पांच अलग-अलग राज्यों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्धीकी ने इन पांचों राज्यों के लिए प्रभारी नियुक्त किए थे. जिसमें भाजपा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा उत्तराखंड के भाजपा नेता शादाब शम्स को पश्चिम बंगाल का प्रभारी बनाया था. बता दें कि शादाब शम्स उत्तराखंड भाजपा की सक्रिय राजनीति में एक अहम चेहरा हैं.

BJP leader Shadab Shams became the new president of Uttarakhand Waqf Board
शादाब शम्स उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष

क्या होता है वक्फ बोर्ड: यह न्यायिक व्यवस्था के तहत गठित कानूनी बोर्ड है, इसलिए यह किसी व्यक्ति पर मुकदमा चला सकता है या कोर्ट में मुकदमे का सामना कर सकता है. वक्फ बोर्ड के पास एक अधिकार यह भी है कि वह अपनी संपत्ति का अपने हिसाब से इस्तेमाल कर सकता है. वह अतिक्रमण हो चुकी संपत्ति को फिर से हासिल करने का हक रखता है. वह अपनी संपत्ति को बेच सकता है उसे लीज पर दे सकता है या किसी को गिफ्ट भी कर सकता है लेकिन इसके लिए उसे बाकायदा बोर्ड के दो तीन सदस्यों की मंजूरी जरूरी होगी. वक्फ बोर्ड के गठन का मकसद इस्लामिक इमारतों, संस्थान और जमीनों के सही रख-रखाव के साथ ही इनके इस्तेमाल को देखना होता है.

पढ़ें- हल्द्वानी में रामलीला मंचन की तैयारियां शुरू, बालिकाओं से लेकर युवा तक निभा रहे हैं किरदार


कौन हैं शादाब शम्स: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा में अल्पसंख्यकों के नये और मजबूत चेहरे के तौर पर उभरे हैं. प्रखर वक्ता, तर्कसंगत व तथ्यात्मक बात रखने में निपुण शादाब विभिन्न मुद्दों पर विपक्षियों पर भारी पड़ते हैं. पार्टी के प्रति उनके समर्पण भाव, राजनीतिक समझ और दूरदर्शिता को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित पार्टी प्रशिक्षण शिविरों में उत्तराखंड भाजपा के प्रतिनिधि के तौर पर भेजा जाता है.

25 जुलाई 2022 से गुरुग्राम में भाजपा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में उन्होंने उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया और शिविर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के योगदान पर वक्तत्व भी दिया. शिविर में उनके वक्तत्व को सभी ने सराहा. शिविर में उनको राष्ट्रीय स्तर पर एक नई और महत्वपूर्ण पहचान मिली. शिविर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के कई दिगज्ज नेताओं द्वारा न सिर्फ मंच पर शादाब शम्स की तारीफ की गई बल्कि उन्हें राष्ट्रीय टीम में लेने की बात भी कही गई. इस शिविर में भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने भी भाग लिया था. इनमें राष्ट्रीय सह- संघटक वी. सतीश, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजजू, पूर्व सांसद सैयद जफर, केंद्रीय मंत्री जॉन बरला आदि प्रमुख लोग मौजूद थे.


देहरादून: सचिवालय में आज वक़्फ़ बोर्ड उत्तराखंड के लिए नए अध्यक्ष का चुनाव हुआ. जिसमें भाजपा नेता शादाब शम्स उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष बनाये गये हैं. शादाब शम्स निर्विरोध उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष चुने गये हैं.

बता दें इससे पहले इसी साल 2021 में देश के पांच अलग-अलग राज्यों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्धीकी ने इन पांचों राज्यों के लिए प्रभारी नियुक्त किए थे. जिसमें भाजपा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा उत्तराखंड के भाजपा नेता शादाब शम्स को पश्चिम बंगाल का प्रभारी बनाया था. बता दें कि शादाब शम्स उत्तराखंड भाजपा की सक्रिय राजनीति में एक अहम चेहरा हैं.

BJP leader Shadab Shams became the new president of Uttarakhand Waqf Board
शादाब शम्स उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष

क्या होता है वक्फ बोर्ड: यह न्यायिक व्यवस्था के तहत गठित कानूनी बोर्ड है, इसलिए यह किसी व्यक्ति पर मुकदमा चला सकता है या कोर्ट में मुकदमे का सामना कर सकता है. वक्फ बोर्ड के पास एक अधिकार यह भी है कि वह अपनी संपत्ति का अपने हिसाब से इस्तेमाल कर सकता है. वह अतिक्रमण हो चुकी संपत्ति को फिर से हासिल करने का हक रखता है. वह अपनी संपत्ति को बेच सकता है उसे लीज पर दे सकता है या किसी को गिफ्ट भी कर सकता है लेकिन इसके लिए उसे बाकायदा बोर्ड के दो तीन सदस्यों की मंजूरी जरूरी होगी. वक्फ बोर्ड के गठन का मकसद इस्लामिक इमारतों, संस्थान और जमीनों के सही रख-रखाव के साथ ही इनके इस्तेमाल को देखना होता है.

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कौन हैं शादाब शम्स: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा में अल्पसंख्यकों के नये और मजबूत चेहरे के तौर पर उभरे हैं. प्रखर वक्ता, तर्कसंगत व तथ्यात्मक बात रखने में निपुण शादाब विभिन्न मुद्दों पर विपक्षियों पर भारी पड़ते हैं. पार्टी के प्रति उनके समर्पण भाव, राजनीतिक समझ और दूरदर्शिता को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित पार्टी प्रशिक्षण शिविरों में उत्तराखंड भाजपा के प्रतिनिधि के तौर पर भेजा जाता है.

25 जुलाई 2022 से गुरुग्राम में भाजपा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में उन्होंने उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया और शिविर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के योगदान पर वक्तत्व भी दिया. शिविर में उनके वक्तत्व को सभी ने सराहा. शिविर में उनको राष्ट्रीय स्तर पर एक नई और महत्वपूर्ण पहचान मिली. शिविर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के कई दिगज्ज नेताओं द्वारा न सिर्फ मंच पर शादाब शम्स की तारीफ की गई बल्कि उन्हें राष्ट्रीय टीम में लेने की बात भी कही गई. इस शिविर में भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने भी भाग लिया था. इनमें राष्ट्रीय सह- संघटक वी. सतीश, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजजू, पूर्व सांसद सैयद जफर, केंद्रीय मंत्री जॉन बरला आदि प्रमुख लोग मौजूद थे.


Last Updated : Sep 7, 2022, 1:47 PM IST
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