देहरादून: 2022 विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी दलों में हलचल तेज हो गई है. इन दिनों हर दल दूसरे दल के विधायकों से संपर्क साधने में लगा हुआ है. इस खेल में कांग्रेस भी भाजपा से कम नहीं दिखाई दे रही है. अब एक बार फिर जोगेश्वर विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने भाजपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने की बात कहकर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है.
बीजेपी विधायकों के कांग्रेस से संपर्क होने के सवाल पर विधायक खजान दास का कहना है कि चुनाव नजदीक हैं. कांग्रेस पार्टी इस तरीके के शिगूफे छोड़ती रहेगी, उनके संपर्क में कोई है या नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि कांग्रेस के नेता भाजपा के संपर्क में जरूर हैं.
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वहीं, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने खजान दास के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती है कि पक्ष और विपक्ष का संपर्क बना रहता है. विपक्ष का दायित्व सत्ता पक्ष के लोगों को जगाना होता है. ऐसे में हम तो संपर्क में रहना ही चाहते हैं, लेकिन उनके विधायक हमारे संपर्क में इसलिए हैं, क्योंकि आजकल बीजेपी में खलबली मची हुई है. बीजेपी नेताओं को वहां बेचैनी हो रही है. उनकी आवाज को दबाया जा रहा है.
उन्होंने कहा बीजेपी विधायक खजान दास को सर्वे चौक की सीवर लाइन ठीक कराने के लिए अपनी ही सरकार को धरने पर बैठने की धमकी देनी पड़ी. उसी तरह विधायक उमेश काऊ रोजाना काउ-काउ कर रहे हैं. इसी प्रकार कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के लिए ढेंचा-ढेंचा और गधा कहा गया. भाजपा के भीतर उनके विधायकों को ही बोलने का मौका नहीं दिया जाता है, इसलिए उनमें बेचैनी हो रखी है.