देहरादून: इस साल की शुरुआत में देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों ( Assembly Elections Result 2022) में चार में बड़ी सफलता और सरकार गठन के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ( Bhartiya Janta Party) अगले चुनावों की तैयारी में लग गई है. आगामी विधानसभा चुनावों के साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों पर फोकस बीजेपी ने विभिन्न राज्यों में सांगठनिक बदलावों को प्राथमिकता की सूची में सबसे ऊपर रखा है.
उत्तराखंड में भी इसको लेकर हलचल तेज हो गई है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक अगले 48 घंटे में बीजेपी हाईकमान प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकता है. दरअसल, उत्तराखंड कांग्रेस में बदलाव के बीच अब भाजपा में भी बदलाव को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. हारी हुई 23 सीटों पर भाजपा हाईकमान ने अपनी रिपोर्ट भी बनाई है. जिसके बाद बदलाव होने के संकेत मिल रहे हैं.
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चुनाव के बाद से ही भाजपा के अंदरखाने मदन कौशिक के खिलाफ लगातार एक गुट दबाव बनाने में जुटा है. भाजपा में चुनाव में 6 से ज्यादा विधायकों ने भितरघात का आरोप लगाया था. जो कि संगठन पर सीधा आरोप लगा चुके हैं. पार्टी ने 23 ऐसी सीटों पर समीक्षा भी कराई है. जहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. इन सीटों पर भितरघात की सबसे ज्यादा कंप्लेन आई.
जिसके बाद संगठन पर सवाल खड़े किए गए. इसमें प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर भी आरोप लगे हैं, जो कि सबसे गंभीर माने गए. ऐसे में मदन कौशिक की कुर्सी भी खतरे में मानी गई है. चुनाव परिणाम में भी मदन कौशिक अपनी सीट तो बचा ले आए लेकिन हरिद्वार जिले में भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. इस वजह से मदन कौशिक का नाम मंत्रिमंडल की लिस्ट से बाहर हो गया और अब उनकी अध्यक्ष की कुर्सी भी खतरे में है.