देहरादून: मुख्यमंत्री चयन और शपथ ग्रहण के बाद उत्तराखंड में अब भारतीय जनता पार्टी बड़े एक्शन में नजर आ रही है. अब भारतीय जनता पार्टी हारी हुई विधानसभा सीटों की समीक्षा करने की तैयारी में जुट गई है. अब पार्टी सांगठनिक तौर पर इसकी समीक्षा करेगी. इसके लिए 23 विधानसभाओं के लिए 12 पदाधिकारियों को नियुक्त किया गया है. ये पदाधिकारी हारी हुई विधानसभाओं में जाकर पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. उसके बाद यह समीक्षा पदाधिकारी 1 अप्रैल तक पार्टी संगठन को अपनी रिपोर्ट सौपेंगे.
बता दें विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में मिथक तोड़कर 47 सीटों के साथ बहुमत पाकर सत्ता को दोबारा हासिल किया. पार्टी ने बहुमत को हासिल तो किया लेकिन 2017 के चुनाव की अपेक्षा पार्टी को 10 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा. 2017 में भाजपा ने 57 सीटों पर प्रचंड बहुमत हासिल किया था. इस बार भाजपा को 10 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा. सबसे अहम तो यह रहा कि खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी खटीमा विधानसभा से चुनाव हार गए थे.
विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर ही भितरघात का आरोप लगे थे. उसके बाद कई विधानसभाओं में भितरघात को लेकर प्रत्याशियों ने शिकायत की थी. जिस पर भाजपा सरकार गठन तक तो चुप रही, लेकिन अब भाजपा एक्शन के मूड में है. बता दें भाजपा संगठन की ओर से विधानसभाओं की समीक्षा के लिए पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि कार्यकर्ताओं से सामूहिक बैठक सहित टोली बैठक और चर्चा बैठक कर समीक्षा की जाए.