ऋषिकेश/मसूरी/हरिद्वार/टनकपुर/रामनगर/सितारगंज/हल्द्वानी: ऋषिकेश में आस्था के महापर्व कुंभ की शुरुआत से पहले बसंत पंचमी के दिन तमाम अखाड़ों के साधु संतों ने पेशवाई के साथ त्रिवेणी घाट पर गंगा स्नान किया. इस दौरान छड़ी, त्रिशूल और भालों की पूजा भी की गई. मौके पर हर-हर महादेव के जयकारों से घाट परिसर गुंजायमान होता रहा. गंगा स्नान की व्यवस्थाओं को परखने के लिए नगर निगम की महापौर, एसडीएम और एसपी देहात ने त्रिवेणी घाट पर निरीक्षण भी किया.
भगवान ऋषिकेश नारायण की भव्य शोभायात्रा
बसंत पंचमी के अवसर पर ऋषिकेश में भगवान ऋषिकेश नारायण की भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. जगह-जगह पुष्प वर्षा से भगवान ऋषिकेश की डोली का स्वागत किया गया. गंगा स्नान के बाद भगवान फिर झंडा चौक स्थित श्री भरत मंदिर में जाकर विराजमान हो गए. मान्यता है कि आदि शंकराचार्य गुरु ने बसंत पंचमी के दिन ही भगवान ऋषिकेश नारायण को गंगा से उठाकर श्रीभरत मंदिर में स्थापित किया था. तभी से बसंत पंचमी के दिन भगवान ऋषिकेश नारायण को मंदिर से बाहर निकालकर गंगा स्नान के लिए ले जाया जाता है.
काशीपुर में 35 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार
बसंत पंचमी के अवसर पर काशीपुर में मोहल्ला किला स्थित सनातन सत्संग संस्कृत महाविद्यालय में सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम धार्मिक अनुष्ठान के साथ संपन्न हुआ. इस दौरान पंडित मोहन चंद्र जोशी, कैलाश चंद्र जोशी, जगदीश चंद्र पांडेय, सुरेंद्र कुमार शर्मा की देखरेख में 35 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार कराया गया.
रामनगर में 43 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार
रामनगर में दुर्गा दत्त पांडे संस्कृत विद्यापीठ में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर यज्ञोपवित संस्कार और रामचरितमानस का अखंड पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस शुभ अवसर पर आज 43 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार किया गया हुआ.
सितारगंज में छात्र-छात्राओं ने निकाली शोभायात्रा
उधम सिंह नगर जनपद के सितारगंज में बसंत पंचमी के मौके पर नगर में शोभा यात्रा निकाली गई. सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र-छात्राओं द्वारा निकाली गई शोभायात्रा में मां सरस्वती के स्वरूप की झांकी आकर्षण का केंद्र रही. शोभा यात्रा का आयोजक ने बताया कि बसंत पंचमी को श्री पंचमी भी कहते हैं. इस दिन लोग विद्या की देवी सरस्वती की आराधना करते हैं.
मसूरी में छात्रों ने हर्षोल्लास के साथ मनाई बसंत पंचमी
मसूरी शहर के महात्मा योगेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में बसंत पंचमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य मनोज रयाल एवं सहप्रबंधक नरेश आनंद ने दीप प्रज्वलित कर किया. साथ ही कार्यक्रम में सभी छात्र-छात्राओं ने विद्यालय परिवार ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित किए. इस अवसर पर सह प्रबंधक नरेश आनंद ने पर्व की सभी छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सभी को तन्मयता से मां शारदा की सच्ची श्रद्धा से पूजा करनी चाहिए, जिससे हम सभी का जीवन सफल हो सके.
मसूरी में लायंस क्लब ने मनाया बसंत पंचमी का पर्व
मसूरी में लायंस क्लब द्वारा बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा कर मालरोड पर प्रसाद वितरित किया गया. लायंस क्लब के सचिव अनुज तायल ने बताया कि पर्व का प्राकृतिक के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है. सरस्वती पूजा को लेकर कई मान्यताओं भी हैं. जहां इस दिन पीले और सफेद वस्त्र पहनने की परंपरा है.
गायत्री शक्तिपीठ में 600 से अधिक बटुकों उपनयन संस्कार
बसंत पंचमी के मौके पर हल्द्वानी के रानीबाग स्थित गार्गी नदी तट पर श्रद्धालुओं ने स्नान कर पूजा अर्चना की. हल्द्वानी के हल्दुचौड़ स्थित गायत्री शक्तिपीठ में करीब 600 बटुकों का सामूहिक उपनयन ,जनेऊ और मुंडन संस्कार किया गया. सामूहिक उपनयन संस्कार में उत्तराखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से भी भारी संख्या में लोग पहुंचे थे.
हरिद्वार लोगों ने जमकर उड़ाईं पतंगें
धर्म नगरी हरिद्वार में भी बसंत पंचमी का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. बसंत पंचमी के हरिद्वार में बच्चे युवा और बुजुर्ग मिलकर पतंगबाजी की. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस त्योहार पर एक अलग ही माहौल नजर आता है. क्योंकि आसमान में पतंगें ही पतंगें दिखाई देती हैं.
टनकपुर पतंगबाजी प्रतियोगिता का आयोजन
बसंत पंचमी के अवसर पर टनकपुर के नवयुवक रामलीला कमेटी की ओर से पतंगबाजी की प्रतियोगिता आयोजित की गई. प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष विपिन कुमार वर्मा ने दीप प्रज्वलन कर किया. प्रतियोगिता में शिफान ने पहला स्थान पाकर बाजी मारी. साथ ही रवि कनौजिया ने द्वितीय व सचिन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. रामलीला कमेटी के द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया. बता दें, प्रतियोगिता में 52 पतंगबाजों द्वारा प्रतिभाग किया गया.