देहरादून: उत्तराखंड के राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर रेंज को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है. लिहाजा मोतीचूर से की जाने वाली जंगल सफारी का आनंद फिलहाल, सैलानी नहीं ले पाएंगे. मोतीचूर रेंज में जंगल सफारी कब तक के लिए बंद की गई है, अभी ये तय नहीं किया गया है. लेकिन मुख्य रूप से मोतीचूर रेंज में बाघों की शिफ्टिंग का कार्य चलने की वजह से फिलहाल सैलानियों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी है. इसके साथ ही पर्यटकों के लिए बने गेस्ट हाउस भी बंद कर दिए गए हैं.
दरअसल, राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी क्षेत्र में बाघ ना होने के चलते वन विभाग ने फैसला लिया था कि इस क्षेत्र में पांच बाघों को शिफ्ट किया जाएगा. जिसमें दो नर और तीन मादा बाघ शामिल हैं. हालांकि इन सभी बाघों को शिफ्ट किए जाने की कार्य योजना भी पहले ही तैयार कर ली गई है. इसी क्रम में पिछले साल 25 दिसंबर को एक मादा बाघ को मोतीचूर रेंज में छोड़ा गया था. अब एक नर बाघ को छोड़ने की तैयारी चल रही है. ऐसे में बाघों की सुरक्षा के साथ ही सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए फिलहाल मोतीचूर रेंज में सैलानियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है.
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कुछ समय के अंतराल में इन बाघों को एक-एक करके मोतीचूर रेंज में छोड़ा जा रहा है, ताकि वह इस माहौल में धीरे-धीरे ढल सकें. यही नहीं इन बाघों को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से यहां लाकर छोड़ने में एक लंबा समय लगता है, क्योंकि पहले बाघों को बाड़े में ही रखा जाता है और फिर कुछ दिनों बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाता है. ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी करीब 4 महीनों तक पर्यटक मोतीचूर रेंज से जंगल की सफारी नहीं कर पाएंगे.
वहीं, राजाजी टाइगर रिजर्व की वार्डन ललिता प्रसाद ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही एक बाघिन को मोतीचूर रेंज में छोड़ा गया है. साथ ही अब एक और बाघ को इस रेंज में छोड़ने की तैयारी चल रही है. लिहाजा बाघों और सैलानियों की सुरक्षा के दृष्टिगत फिलहाल, मोतीचूर रेंज में सैलानियों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है.