देहरादून: हरिद्वार में होने जा रहे सदी के सबसे बड़े धार्मिक महोत्सव महाकुंभ आयोजन की तैयारी राज्य सरकार जोरों-शोरों से कर रही है. हरिद्वार कुंभ को लेकर इस तरह की व्यवस्था बनाई जा रही है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो. इसी कड़ी में शाही स्नान के दिन के लिए बड़ा फैसला लिया गया है. इस दिन उत्तराखंड पुलिस वीआईपी लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने जा रही है.
कुंभ मेले में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा उत्तराखंड पुलिस जमीन से आसमान तक पैनी नजर बनाकर कुंभ में बेहतर कानून व्यवस्था बनाने का काम करेगी. हालांकि अभी कुंभ मेले के नोटिफिकेशन और एसओपी को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है.
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महाकुंभ में स्नान और आस्था की डुबकी लगाने के लिए लाखों की संख्या में भक्त-श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचेगे. कुंभ मेला हमेशा से ही सुरक्षा के पहलू से बेहद संवेदनशील माना जाता है. देश-विदेश से आने वाले भक्तों को पुख्ता सुरक्षा देने की जिम्मेदारी हमेशा से पुलिस के कंधों पर रहती है. इसी क्रम में इस बार शाही स्नान के दिन आम भक्तों, श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसके लिए उत्तराखंड पुलिस शाही स्नान के दिन वीआईपी लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने जा रही है.
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यानी साफ तौर पर उत्तराखंड पुलिस शाही स्नान के दिन वीआईपी हरिद्वार ना आए इसके लिए सरकारी एसओपी जारी होने के बाद पत्र लिखकर सभी से आग्रह करने जा रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह शाही स्नान के दौरान आम भक्तों और श्रद्धालुओं की सहूलियत है, वहीं दूसरी ओर शाही स्नान के दिन वीवीआईपी लोगों को सुरक्षा न दे पाना भी एक बड़ी वजह है.
शाही स्नान में आम भक्तों की तरह साधारण तरीके से वीआईपी आ सकते हैं: पुलिस
वहीं, इस मामले में उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की माने तो शाही स्नान के दिन भारी संख्या आम श्रद्धालुओं के दृष्टिगत वीआईपी मूवमेंट के लिए पहले ही पत्र जारी कर आवागमन प्रतिबंध कर दिया जाएगा. हालांकि वीआईपी लोग अगर एक आम भक्त की तरह बिना लाव-लश्कर के आस्था की डुबकी लगाने आते हैं तो उनका स्वागत है. मगर, शाही स्नान के दिन एस्कॉर्ट से लेकर निजी सुरक्षा के लिए अलग से पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवा पाना एक बड़ी समस्या रहेगी. जिसे देखते हुए ये फैसला लिया गया है.
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विगत वर्षों के शाही स्नान में वीआईपी मूवमेंट में भगदड़ जैसे हालात
बता दें कि विगत वर्षों में महाकुंभ का इतिहास कुछ ऐसा रहा है कि कई बार शाही स्नान के दिन भी वीआईपी के चक्कर में सुरक्षा के दृष्टिगत भगदड़ जैसे हालात पैदा हो जाते हैं. उसी के कारण कुंभ मेले जैसे आयोजन में बड़ी दुर्घटना बनी रहती है. इसी के दृष्टिगत इस बार कुंभ मेले के शाही स्नान में वीआईपी भक्तों को प्रतिबंधित करने का फैसला किया जा रहा है.
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उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि विगत वर्षों की तुलना इस बार कुंभ मेले में सुरक्षा के दृष्टिगत अत्याधुनिक उपकरणों संसाधनों से पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था बनाई जा रही है. इस बार शाही स्नान के दिन वीआईपी न आए इसके लिए पहले ही पत्र जारी कर आग्रह किया जाएगा. हालांकि आम श्रद्धालुओं की तरह साधारण तरीके से अगर वीआईपी आकर स्नान करते हैं तो इसके लिए उनका स्वागत है.