ETV Bharat / state

उत्तराखंड विधानसभा में हुई नियुक्तियों की होगी जांच, CM का ऐलान

उत्तराखंड विधानसभा में भर्ती अनियमितता मामला गर्माता जा रहा है. विधानसभा में बैक डोर से भर्ती के मामले में धामी सरकार ने जांच करने की बात कही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले में विधानसभा अध्यक्ष से बात की. उन्होंने विधानसभा में भर्ती अनियमितता मामले की जांच करने का अनुरोध किया है.

Appointments made in Uttarakhand assembly will be investigated
उत्तराखंड विधानसभा में हुई नियुक्तियों की होगी जांच
author img

By

Published : Aug 28, 2022, 3:04 PM IST

Updated : Aug 28, 2022, 5:49 PM IST

देहरादून: विधानसभा भर्ती अनियमितता मामले (Back door recruitment case in Uttarakhand assembly) में बड़ी खबर सामने आई है. विधानसभा भर्ती अनियमितता मामले में धामी सरकार ने जांच (investigation in recruitment case from back door) करने की बात कही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से बात कर मामले की जांच करने का अनुरोध किया है. विधानसभा भर्ती अनियमितता मामले में मुख्यमंत्री आवास से लेकर मंत्रियों और संघ से जुड़े लोगों के करीबियों को विधानसभा में नियुक्ति दी गई थी.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब विधानसभा में हुई नियुक्तियों की जांच करवाने की बात कह दी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है इस लिहाजा वे विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले में बात करेंगे. सरकार इसको लेकर होने वाली जांच में पूरा सहयोग करेगी. हालांकि न केवल भाजपा सरकार के दौरान हुई भर्तियों बल्कि पुरानी भर्तियों की भी सरकार जांच करवाने के मूड में है.

उत्तराखंड विधानसभा में हुई नियुक्तियों की होगी जांच

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा वह विधानसभा अध्यक्ष से बात करके किसी भी सरकार में हुई नियुक्ति के दौरान गड़बड़ियों की जांच कराने का अनुरोध करेंगे. इस दौरान राहुल गांधी द्वारा अपने सोशल अकाउंट पर उत्तराखंड में नियुक्तियों के दौरान हो रही गड़बड़ियों का मामला उठाने के सवाल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह इस मामले में राजनीति नहीं करना चाहते हैं.

पढे़ं- उत्तराखंड विधानसभा में हुई बैक डोर भर्तियों पर बवाल, CM और मंत्रियों के करीबियों को मिली नौकरी

विधानसभा में 72 लोगों की नियुक्ति: बता दें कि, विधानसभा में भर्ती के लिए जमकर भाई भतीजावाद किया गया है. विधानसभा में 72 लोगों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री के स्टॉफ विनोद धामी, ओएसडी सत्यपाल रावत से लेकर पीआरओ नंदन बिष्ट तक की पत्नियां विधानसभा में नौकरी पर लगवाई गई हैं. यही नहीं मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पीआरओ की पत्नी और रिश्तेदार को भी नौकरी दी गई है. मदन कौशिक के एक पीआरओ आलोक शर्मा की पत्नी मीनाक्षी शर्मा ने विधानसभा में नौकरी पाई है तो दूसरे की पत्नी आसानी से विधानसभा में नौकरी लेने में कामयाब हो गई.

बिना किसी परीक्षा के पिक एंड चूज के आधार पर सतपाल महाराज के पीआरओ राजन रावत की भी विधानसभा में नौकरी पर लग गए. इसके अलावा रेखा आर्य के पीआरओ और भाजपा संगठन महामंत्री के करीबी गौरव गर्ग को भी विधानसभा में नौकरी मिली है. मामला इतना ही नहीं है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े पदाधिकारियों के करीबी और रिश्तेदार भी विधानसभा में एडजस्ट किया गया है. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के पीआरओ आलोक शर्मा की पत्नी मीनाक्षी शर्मा को भी नियुक्ति दी गई. उत्तराखंड आरआरएस के कई नेताओं के सगे संबंधियों को भी नियुक्ति मिली.

पढे़ं- उत्तराखंड विधानसभा में हुई बैक डोर भर्तियों पर बवाल, पूर्व सीएम ने की जांच की मांग

उत्तराखंड विधानसभा में इन पदों पर हुई भर्तियां: अपर निजी सचिव समीक्षा, अधिकारी समीक्षा अधिकारी, लेखा सहायक समीक्षा अधिकारी, शोध एवं संदर्भ, व्यवस्थापक, लेखाकार सहायक लेखाकार, सहायक फोरमैन, सूचीकार, कंप्यूटर ऑपरेटर, कंप्यूटर सहायक, वाहन चालक, स्वागती, रक्षक पुरुष और महिला. इस तरह विधानसभा में जबरदस्त तरीके से भाई भतीजावाद करने पर भाजपा सरकार में ही मुख्यमंत्री रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले की जांच करवाने की मांग की है.

देहरादून: विधानसभा भर्ती अनियमितता मामले (Back door recruitment case in Uttarakhand assembly) में बड़ी खबर सामने आई है. विधानसभा भर्ती अनियमितता मामले में धामी सरकार ने जांच (investigation in recruitment case from back door) करने की बात कही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से बात कर मामले की जांच करने का अनुरोध किया है. विधानसभा भर्ती अनियमितता मामले में मुख्यमंत्री आवास से लेकर मंत्रियों और संघ से जुड़े लोगों के करीबियों को विधानसभा में नियुक्ति दी गई थी.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब विधानसभा में हुई नियुक्तियों की जांच करवाने की बात कह दी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है इस लिहाजा वे विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले में बात करेंगे. सरकार इसको लेकर होने वाली जांच में पूरा सहयोग करेगी. हालांकि न केवल भाजपा सरकार के दौरान हुई भर्तियों बल्कि पुरानी भर्तियों की भी सरकार जांच करवाने के मूड में है.

उत्तराखंड विधानसभा में हुई नियुक्तियों की होगी जांच

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा वह विधानसभा अध्यक्ष से बात करके किसी भी सरकार में हुई नियुक्ति के दौरान गड़बड़ियों की जांच कराने का अनुरोध करेंगे. इस दौरान राहुल गांधी द्वारा अपने सोशल अकाउंट पर उत्तराखंड में नियुक्तियों के दौरान हो रही गड़बड़ियों का मामला उठाने के सवाल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह इस मामले में राजनीति नहीं करना चाहते हैं.

पढे़ं- उत्तराखंड विधानसभा में हुई बैक डोर भर्तियों पर बवाल, CM और मंत्रियों के करीबियों को मिली नौकरी

विधानसभा में 72 लोगों की नियुक्ति: बता दें कि, विधानसभा में भर्ती के लिए जमकर भाई भतीजावाद किया गया है. विधानसभा में 72 लोगों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री के स्टॉफ विनोद धामी, ओएसडी सत्यपाल रावत से लेकर पीआरओ नंदन बिष्ट तक की पत्नियां विधानसभा में नौकरी पर लगवाई गई हैं. यही नहीं मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पीआरओ की पत्नी और रिश्तेदार को भी नौकरी दी गई है. मदन कौशिक के एक पीआरओ आलोक शर्मा की पत्नी मीनाक्षी शर्मा ने विधानसभा में नौकरी पाई है तो दूसरे की पत्नी आसानी से विधानसभा में नौकरी लेने में कामयाब हो गई.

बिना किसी परीक्षा के पिक एंड चूज के आधार पर सतपाल महाराज के पीआरओ राजन रावत की भी विधानसभा में नौकरी पर लग गए. इसके अलावा रेखा आर्य के पीआरओ और भाजपा संगठन महामंत्री के करीबी गौरव गर्ग को भी विधानसभा में नौकरी मिली है. मामला इतना ही नहीं है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े पदाधिकारियों के करीबी और रिश्तेदार भी विधानसभा में एडजस्ट किया गया है. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के पीआरओ आलोक शर्मा की पत्नी मीनाक्षी शर्मा को भी नियुक्ति दी गई. उत्तराखंड आरआरएस के कई नेताओं के सगे संबंधियों को भी नियुक्ति मिली.

पढे़ं- उत्तराखंड विधानसभा में हुई बैक डोर भर्तियों पर बवाल, पूर्व सीएम ने की जांच की मांग

उत्तराखंड विधानसभा में इन पदों पर हुई भर्तियां: अपर निजी सचिव समीक्षा, अधिकारी समीक्षा अधिकारी, लेखा सहायक समीक्षा अधिकारी, शोध एवं संदर्भ, व्यवस्थापक, लेखाकार सहायक लेखाकार, सहायक फोरमैन, सूचीकार, कंप्यूटर ऑपरेटर, कंप्यूटर सहायक, वाहन चालक, स्वागती, रक्षक पुरुष और महिला. इस तरह विधानसभा में जबरदस्त तरीके से भाई भतीजावाद करने पर भाजपा सरकार में ही मुख्यमंत्री रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले की जांच करवाने की मांग की है.

Last Updated : Aug 28, 2022, 5:49 PM IST

For All Latest Updates

TAGGED:

uk news
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.