ETV Bharat / state

रामदेव के ठेंगे पर कोरोना कर्फ्यू के नियम, रोज जुटा रहे हजारों की भीड़, प्रशासन बेखबर - baba ramdev

बाबा रामदेव विवादित बयानों के साथ कोविड नियमों को भी ठेंगा दिखा रहे हैं. आलम तो ये है कि बाबा रोजाना सौ से ज्यादा लोगों को इकठ्ठा कर योग करवा रहे हैं. इसके बाद भी बाबा के खिलाफ कार्रवाई करने की कोई भी जहमत नहीं उठा पा रहा है.

baba ramdev
बाबा रामदेव
author img

By

Published : May 26, 2021, 7:19 PM IST

Updated : May 26, 2021, 8:57 PM IST

देहरादूनः योगगुरु बाबा रामदेव इन दिनों अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं तो कोरोना कर्फ्यू की भी जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. इस वैश्विक महामारी में देशभर के सभी स्कूल, जिम, योगशालाएं बंद हैं. शादी-विवाहों को सरकार ने रद्द करने का फरमान भी सुना दिया है. इतना ही नहीं श्मशान घाटों पर भी केवल 20 लोग ही शामिल हो सकते हैं. कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने पर तमाम जगहों पर चालान की प्रक्रिया बदस्तूर जारी है. वहीं, दूसरी ओर बाबा रामदेव रोजाना 100 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा कर योग करवाते नजर आ रहे हैं. वहीं, प्रशासन को इस बात की कोई खबर ही नहीं है.

बाबा रामदेव के योग कार्यक्रम में जुट रही भीड़.

दरअसल, योग गुरु बाबा रामदेव कोविड-19 की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए योग ग्राम में 100 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा कर योग करवा रहे हैं. हालांकि, योग करवाना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन जब सरकार और देशभर के डॉक्टरों ने यह कह दिया है कि एक जगह पर इतनी गैदरिंग नहीं होगी तो भला बाबा इस बात को क्यों अनसुना कर रहे हैं. सवाल तो यह भी उठ रहा है कि जिलाधिकारी और एसएसपी के कार्यालय के नजदीक बना योग ग्राम कैसे सरकारी नजरों से अब तक दूर है? क्या बाबा ने इन सब लोगों को जुटाने की कोई परमिशन ली है या नहीं?

ये भी पढ़ेंः फिर बोले 'आदर्श बाबा'- किसी के बाप में दम नहीं जो रामदेव को गिरफ्तार कर सके

नियमों की उड़ रही हैं जमकर धज्जियां

बाबा रामदेव रोज सुबह 5 बजे से 8 बजे तक अपने निजी चैनल पर योग का लाइव प्रसारण करते हैं. वो योग ग्राम में लोगों को इकट्ठा कर योग करवाते नजर आ रहे हैं. यहां पर देश के अलग-अलग राज्यों से लोग आए हुए हैं. कल सुबह के कार्यक्रम में जब बाबा योग करवा रहे थे, उस समय भी करीब 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ योग ग्राम में बाबा के इस योग कार्यक्रम में मौजूद थी. इस कार्यक्रम में मास्क की बात करना तो बेईमानी सा लगता है. क्योंकि, कोई यहां मास्क पहने नजर नहीं आता है.

ये भी पढ़ेंः 'रामदेव पर हो देशद्रोह के तहत कार्रवाई', IMA ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी

पूरे देश में लॉकडाउन लेकिन हमारे यहां नहींः रामदेव

बाबा रामदेव अपने भक्तों से यह कहते हुए भी सुनाई दिए कि पूरे देश में भले ही लॉकडाउन हो, लेकिन देश का एकमात्र ऐसा गांव हैं जहां पर किसी तरह का कोई लॉकडाउन नहीं है. यहां रोज योग चल रहा है. बाबा अपने समर्थकों से यह भी कह रहे हैं कि वह दावे के साथ कहते हैं कि अगले 100 सालों तक बाबा रामदेव को कोविड-19 क्या कोई भी बीमारी नहीं छू सकती.

ये भी पढ़ेंः एलोपैथी के बाद रामदेव के डॉक्टरों पर विवादित बयान पर भड़का IMA, गिरफ्तारी की मांग

हमें नहीं मालूम इतनी भीड़ जुट रहीः प्रशासन

इस पूरे मामले पर जब हमने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों से बातचीत की तो हैरानी की बात ये थी कि प्रशासन को भी इस बात की जानकारी नहीं है. यूं कह सकते हैं कि जानकारी है, लेकिन कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है. हरिद्वार एसडीएम गोपाल सिंह चौहान कहते हैं कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि योग ग्राम में लोगों की भीड़ जुटी हुई है. ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से बेखबर नजर आ रहा है.

ऐसे में सवाल उठना भी लाजमी है कि बाबा सभी नियम कायदे-कानून ताक पर रख दें और भीड़ जुटाकर कार्यक्रम भी करें तो भला उन्हें यह अधिकार किसने दिया है? उधर, सरकार और प्रशासन पर भी सवाल खड़ा होता है कि जब छोटे व्यापारियों को दुकान खोलने, सामान बेचने के लिए प्रतिबंधित किया गया है तो भला बाबा को किसने छूट दी है? जो सरकार के नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं.

देहरादूनः योगगुरु बाबा रामदेव इन दिनों अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं तो कोरोना कर्फ्यू की भी जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. इस वैश्विक महामारी में देशभर के सभी स्कूल, जिम, योगशालाएं बंद हैं. शादी-विवाहों को सरकार ने रद्द करने का फरमान भी सुना दिया है. इतना ही नहीं श्मशान घाटों पर भी केवल 20 लोग ही शामिल हो सकते हैं. कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने पर तमाम जगहों पर चालान की प्रक्रिया बदस्तूर जारी है. वहीं, दूसरी ओर बाबा रामदेव रोजाना 100 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा कर योग करवाते नजर आ रहे हैं. वहीं, प्रशासन को इस बात की कोई खबर ही नहीं है.

बाबा रामदेव के योग कार्यक्रम में जुट रही भीड़.

दरअसल, योग गुरु बाबा रामदेव कोविड-19 की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए योग ग्राम में 100 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा कर योग करवा रहे हैं. हालांकि, योग करवाना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन जब सरकार और देशभर के डॉक्टरों ने यह कह दिया है कि एक जगह पर इतनी गैदरिंग नहीं होगी तो भला बाबा इस बात को क्यों अनसुना कर रहे हैं. सवाल तो यह भी उठ रहा है कि जिलाधिकारी और एसएसपी के कार्यालय के नजदीक बना योग ग्राम कैसे सरकारी नजरों से अब तक दूर है? क्या बाबा ने इन सब लोगों को जुटाने की कोई परमिशन ली है या नहीं?

ये भी पढ़ेंः फिर बोले 'आदर्श बाबा'- किसी के बाप में दम नहीं जो रामदेव को गिरफ्तार कर सके

नियमों की उड़ रही हैं जमकर धज्जियां

बाबा रामदेव रोज सुबह 5 बजे से 8 बजे तक अपने निजी चैनल पर योग का लाइव प्रसारण करते हैं. वो योग ग्राम में लोगों को इकट्ठा कर योग करवाते नजर आ रहे हैं. यहां पर देश के अलग-अलग राज्यों से लोग आए हुए हैं. कल सुबह के कार्यक्रम में जब बाबा योग करवा रहे थे, उस समय भी करीब 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ योग ग्राम में बाबा के इस योग कार्यक्रम में मौजूद थी. इस कार्यक्रम में मास्क की बात करना तो बेईमानी सा लगता है. क्योंकि, कोई यहां मास्क पहने नजर नहीं आता है.

ये भी पढ़ेंः 'रामदेव पर हो देशद्रोह के तहत कार्रवाई', IMA ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी

पूरे देश में लॉकडाउन लेकिन हमारे यहां नहींः रामदेव

बाबा रामदेव अपने भक्तों से यह कहते हुए भी सुनाई दिए कि पूरे देश में भले ही लॉकडाउन हो, लेकिन देश का एकमात्र ऐसा गांव हैं जहां पर किसी तरह का कोई लॉकडाउन नहीं है. यहां रोज योग चल रहा है. बाबा अपने समर्थकों से यह भी कह रहे हैं कि वह दावे के साथ कहते हैं कि अगले 100 सालों तक बाबा रामदेव को कोविड-19 क्या कोई भी बीमारी नहीं छू सकती.

ये भी पढ़ेंः एलोपैथी के बाद रामदेव के डॉक्टरों पर विवादित बयान पर भड़का IMA, गिरफ्तारी की मांग

हमें नहीं मालूम इतनी भीड़ जुट रहीः प्रशासन

इस पूरे मामले पर जब हमने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों से बातचीत की तो हैरानी की बात ये थी कि प्रशासन को भी इस बात की जानकारी नहीं है. यूं कह सकते हैं कि जानकारी है, लेकिन कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है. हरिद्वार एसडीएम गोपाल सिंह चौहान कहते हैं कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि योग ग्राम में लोगों की भीड़ जुटी हुई है. ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से बेखबर नजर आ रहा है.

ऐसे में सवाल उठना भी लाजमी है कि बाबा सभी नियम कायदे-कानून ताक पर रख दें और भीड़ जुटाकर कार्यक्रम भी करें तो भला उन्हें यह अधिकार किसने दिया है? उधर, सरकार और प्रशासन पर भी सवाल खड़ा होता है कि जब छोटे व्यापारियों को दुकान खोलने, सामान बेचने के लिए प्रतिबंधित किया गया है तो भला बाबा को किसने छूट दी है? जो सरकार के नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं.

Last Updated : May 26, 2021, 8:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.