देहरादून: हरिद्वार दिव्य फार्मेसी जिस कोरोनिल दवाई को ईजाद कर चुकी है उसके कोरोना संक्रमितों पर सफल प्रयोग के दावे ने न केवल बाबा रामदेव की मुश्किले बढ़ा दी है बल्कि राजनीतिक बयानबाजी भी तेज कर दी है. मामले में उत्तराखंड आयुष विभाग ने सख्ती दिखाई तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान कुछ नरम दिखाई दिए.
योग गुरु बाबा रामदेव की फार्मेसी में तैयार कोरोना की दवा ने पूरे देश में बबाल मचा दिया है. दवा को अब मार्केट में लाने की तैयारी की जा रही है. खास बात यह है कि उत्तराखंड सरकार का आयुष विभाग इस मामले पर काफी सख्त दिखाई दे रहा है. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि सरकार की तरफ से बाबा रामदेव और उनकी दवा को लेकर काफी नरम रुख अख्तियार किया गया है. न केवल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बल्कि शासकीय मंत्री मदन कौशिक और आयुष मंत्री हरक सिंह रावत भी बाबा की दवा पर खुलकर बोलने से बचते नजर आए.
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मामले पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि किसी भी काम में नियमों का पालन होना चाहिए. इस दवा को बनाने में अहम रोल निभाने वाली निम्स के डायरेक्टर भी कह चुके हैं कि क्लीनिकल ट्रायल में यह दवाई काफी सफल पाई गई है और वह भी नियमों को पूरा करने की बात कह चुके हैं.