देहरादून: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह के प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के चुनावी मेनिफेस्टो में इस बात का जिक्र तक नहीं है. चुनाव से कुछ दिन पहले सीएम धामी का बयान उनकी बौखलाहट दिखा रहा है क्योंकि उनकी जमीन खिसक रही है.
बता दें कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले मुख्यमंत्री धामी ने एक शिगूफा छोड़ा था. जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी सरकार सत्ता में आते ही उत्तराखंड के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करेगी. यूनिफॉर्म सिविल कोड सभी के लिए समान होगा.
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में उनकी सरकार दोबारा बनती है तो शपथ ग्रहण के तुरंत बाद, नई भाजपा सरकार राज्य में समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति बनाएगी. यह यूनिफॉर्म सिविल कोड सभी लोगों के लिए विवाह, तलाक, भूमि-संपत्ति और विरासत के संबंध में समान कानून प्रदान करेगी, चाहे उनकी आस्था कुछ भी हो.
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वहीं, मुख्यमंत्री धामी के इस बयान के बाद देश में एक बार फिर समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड का मसला गरमा गया है. ऐसे में विपक्ष के नेताओं ने भी इस बयान पर सीएम धामी को आड़े हाथों लिया है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसे सीएम पुष्कर सिंह धामी की बौखलाहट करार दिया है.
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ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के चुनावी घोषणा-पत्र को उन्होंने पढ़ा है. उसमें कहीं भी यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की बात नहीं कही गई है. ऐसे में चुनाव से ठीक पहले सीएम धामी का यह बयान दर्शाता है कि उत्तराखंड में उनकी जमीन खिसक रही है. जिससे बौखलाकर सीएम धामी ने ये शिगूफा छोड़ा है.