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उत्तराखंड की राजधानी बनी डेंगू का हॉटस्पॉट, तेजी से बढ़ रहा है संक्रमित मरीजों का आंकड़ा!

Dengue cases increased in Dehradun मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश और स्वास्थ्य विभाग के अलर्ट मोड पर होने के बावजूद राज्य में डेंगू के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. वर्तमान स्थिति यह है कि प्रदेश में डेंगू का आंकड़ा करीब 1200 तक पहुंच गया है. साथ ही रोजाना बड़ी संख्या में नए डेंगू संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. आखिर क्या है इसके पीछे की असल वजह, क्या है स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाएं. पढ़ें पूरी खबर..

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 12, 2023, 12:44 PM IST

Updated : Sep 12, 2023, 1:33 PM IST

उत्तराखंड की राजधानी बनी डेंगू का हॉटस्पॉट

देहरादून: उत्तराखंड में पिछले दो महीने से डेंगू का कहर देखा जा है. देहरादून जिला डेंगू से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम समेत अन्य संबंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि तमाम व्यवस्थाएं होने के बावजूद राजधानी में डेंगू पर काबू नहीं पाया जा रहा है. अगर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों पर स्थिति बेकाबू हुई, तो डेंगू से बड़ी तबाही देखने को मिल सकती है. प्रदेश में रोजाना करीब 50 नए डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं. जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं और अधिक बढ़ गई हैं.

Dengue cases increased in Dehradun
उत्तराखंड में डेंगू की स्थिति

उत्तराखंड में डेंगू से 13 लोगों की गई जान: स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे के भीतर पांच जिलों में 52 नए डेंगू के मामले सामने आए हैं. जिसके तहत अकेले देहरादून में 27, नैनीताल में 7, पौड़ी में 10, उधमसिंह नगर में 3 और चमोली में 5 मामले सामने आए हैं. अभी तक प्रदेश में 1182 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, 267 मरीज डेंगू से जंग लड़ रहे हैं, जबकि डेंगू से अभी तक 13 लोगों की जान जा चुकी है.

डेंगू संक्रमण की चपेट में आए प्रदेश के 9 जिले: उत्तराखंड में तेजी से डेंगू का कहर फैल रहा है. पिछले कुछ दिनों तक मात्र 6 जिलों में ही डेंगू संक्रमण के मामले देखे जा रहे थे. अब प्रदेश के 13 जिलों में से 9 जिलों में डेंगू संक्रमण फैल चुका है. हालांकि, अभी तक देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, उधमसिंह नगर और चमोली जिले में डेंगू के मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अब अल्मोड़ा, बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिले में भी डेंगू ने दस्तक दे दी है.

बारिश के चलते बढ़ रहा डेंगू का खतरा: प्रदेश में पिछले कुछ समय से बारिश न होने के चलते डेंगू संक्रमण को रोकने की काफी अधिक संभावना थी. यही वजह है कि उस दौरान डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या सीमित रहती थी, लेकिन प्रदेश के तमाम हिस्सों में हो रही बारिश के चलते प्रदेश में डेंगू के तेजी से फैलने का खतरा और अधिक बढ़ गया है. दरअसल, बारिश के चलते घरों के आसपास या फिर घरों में पानी एकत्र हो जाता है. जिसके चलते डेंगू मच्छरों को पनपने की जगह मिल जाती है.

देहरादून में अगले 4 दिनों तक चलेगा डेंगू रोकथाम का महाभियान: राज्य में सबसे अधिक देहरादून जिला प्रभावित है, जहां सबसे ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने देहरादून जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और नगर निगम को इस बाबत निर्देश दिए हैं कि देहरादून में अगले चार दिनों तक डेंगू की रोकथाम को लेकर महाभियान चलाया जाए. इस महाभियान की शुरुआत डेंगू के हॉटस्पॉट बन रहे क्षेत्रों से की जाएगी और यह महाभियान सभी विभागों के सहयोग से चलाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में डेंगू का कहर, वन दारोगा और पुलिसकर्मी की मौत, कोतवाल भी अस्पताल में भर्ती

चिकित्साधिकारी और आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को करेंगे जागरूक: इस महाभियान के तहत जन जागरूकता अभियान चलाए जाने की जिम्मेदारी जिलों के चिकित्साधिकारी और आशाओं को सौंपी गई है. लिहाजा, चिकित्साधिकारी, आशा कार्यकर्ता और अन्य विभागों की टीम घर-घर जाकर लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करेगी. इसके अलावा डेंगू महामारी रोकने के लिए सभी विभाग मिलकर कार्य करें. इसके लिए स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश भी जारी किए हैं. यही नहीं, माइक्रो प्लान बनाकर रोस्टर के अनुसार सभी क्षेत्रों में फॉगिंग की कार्रवाई भी की जाएगी, ताकि डेंगू रोग के मच्छरों को पनपने से रोका जा सके.

ये भी पढ़ें: डेंगू को लेकर हरिद्वार के सरकारी अस्पतालों का स्वास्थ्य सचिव ने किया निरीक्षण, मरीजों से जाना हालचाल

उत्तराखंड की राजधानी बनी डेंगू का हॉटस्पॉट

देहरादून: उत्तराखंड में पिछले दो महीने से डेंगू का कहर देखा जा है. देहरादून जिला डेंगू से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम समेत अन्य संबंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि तमाम व्यवस्थाएं होने के बावजूद राजधानी में डेंगू पर काबू नहीं पाया जा रहा है. अगर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों पर स्थिति बेकाबू हुई, तो डेंगू से बड़ी तबाही देखने को मिल सकती है. प्रदेश में रोजाना करीब 50 नए डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं. जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं और अधिक बढ़ गई हैं.

Dengue cases increased in Dehradun
उत्तराखंड में डेंगू की स्थिति

उत्तराखंड में डेंगू से 13 लोगों की गई जान: स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे के भीतर पांच जिलों में 52 नए डेंगू के मामले सामने आए हैं. जिसके तहत अकेले देहरादून में 27, नैनीताल में 7, पौड़ी में 10, उधमसिंह नगर में 3 और चमोली में 5 मामले सामने आए हैं. अभी तक प्रदेश में 1182 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, 267 मरीज डेंगू से जंग लड़ रहे हैं, जबकि डेंगू से अभी तक 13 लोगों की जान जा चुकी है.

डेंगू संक्रमण की चपेट में आए प्रदेश के 9 जिले: उत्तराखंड में तेजी से डेंगू का कहर फैल रहा है. पिछले कुछ दिनों तक मात्र 6 जिलों में ही डेंगू संक्रमण के मामले देखे जा रहे थे. अब प्रदेश के 13 जिलों में से 9 जिलों में डेंगू संक्रमण फैल चुका है. हालांकि, अभी तक देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, उधमसिंह नगर और चमोली जिले में डेंगू के मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अब अल्मोड़ा, बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिले में भी डेंगू ने दस्तक दे दी है.

बारिश के चलते बढ़ रहा डेंगू का खतरा: प्रदेश में पिछले कुछ समय से बारिश न होने के चलते डेंगू संक्रमण को रोकने की काफी अधिक संभावना थी. यही वजह है कि उस दौरान डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या सीमित रहती थी, लेकिन प्रदेश के तमाम हिस्सों में हो रही बारिश के चलते प्रदेश में डेंगू के तेजी से फैलने का खतरा और अधिक बढ़ गया है. दरअसल, बारिश के चलते घरों के आसपास या फिर घरों में पानी एकत्र हो जाता है. जिसके चलते डेंगू मच्छरों को पनपने की जगह मिल जाती है.

देहरादून में अगले 4 दिनों तक चलेगा डेंगू रोकथाम का महाभियान: राज्य में सबसे अधिक देहरादून जिला प्रभावित है, जहां सबसे ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने देहरादून जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और नगर निगम को इस बाबत निर्देश दिए हैं कि देहरादून में अगले चार दिनों तक डेंगू की रोकथाम को लेकर महाभियान चलाया जाए. इस महाभियान की शुरुआत डेंगू के हॉटस्पॉट बन रहे क्षेत्रों से की जाएगी और यह महाभियान सभी विभागों के सहयोग से चलाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में डेंगू का कहर, वन दारोगा और पुलिसकर्मी की मौत, कोतवाल भी अस्पताल में भर्ती

चिकित्साधिकारी और आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को करेंगे जागरूक: इस महाभियान के तहत जन जागरूकता अभियान चलाए जाने की जिम्मेदारी जिलों के चिकित्साधिकारी और आशाओं को सौंपी गई है. लिहाजा, चिकित्साधिकारी, आशा कार्यकर्ता और अन्य विभागों की टीम घर-घर जाकर लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करेगी. इसके अलावा डेंगू महामारी रोकने के लिए सभी विभाग मिलकर कार्य करें. इसके लिए स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश भी जारी किए हैं. यही नहीं, माइक्रो प्लान बनाकर रोस्टर के अनुसार सभी क्षेत्रों में फॉगिंग की कार्रवाई भी की जाएगी, ताकि डेंगू रोग के मच्छरों को पनपने से रोका जा सके.

ये भी पढ़ें: डेंगू को लेकर हरिद्वार के सरकारी अस्पतालों का स्वास्थ्य सचिव ने किया निरीक्षण, मरीजों से जाना हालचाल

Last Updated : Sep 12, 2023, 1:33 PM IST
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