मसूरी: नेस्ले इंडिया और रीसिटी नेटवर्क द्वारा चलाए जा रहे हिलदारी आंदोलन की टीम ने डॉ. कुंवर बेचैन के शेर को चरितार्थ करने का बीड़ा उठाया है. म्यूजियम ऑफ गोवा की ओर से आई आर्टिस्ट हर्षदा केरकर के साथ मिलकर टीम ने मसूरी शहर की प्रमुख दीवारों पर सफाई कर्मियों के बड़े- बड़े स्कैच उकेरे हैं. जिन्हें स्थानीय लोगों और सैलानियों द्वारा काफी सराहा जा रहा है.
गौर हो कि इन कलाकृतियों को बनाने का उद्देश्य अलग- अलग प्रकार के सफाई कर्मियों आदि के समाज के प्रति योगदान को सबके सामने लाना है. पिछले एक माह से गोवा से आई हर्षदा केरकर ने रात में प्रोजेक्टर से बेस्ट प्रोफेशनल्स के चित्र बनाए हैं. जिसमें कई स्थानीय लोगों ने उनका सहयोग किया. उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत करने के बावजूद सफाइकर्मियों को उचित सम्मान नहीं मिल पाता. कुछ लोग इन्हें कूड़ेवाला कह देते हैं, जबकि ये सफाईवाले हैं.
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कूड़ेवाले तो हम लोग हैं, ऐसे में शहर की दीवारें केवल माध्यम हैं, मेरी असली दस्तक शहरवासियों और पर्यटकों के मन की दीवारों पर है. लढौंर बाजार के सफाईकर्मी कृष्णा ने बताया कि माल रोड पर बने अपने बड़े से चित्र को देखकर उन्हें काफी गर्व हुआ. हिलदारी की ओर से प्रोजेक्ट मैनेजर अरविन्द शुक्ला ने भी आंदोलन की अभी तक की सफलता का बड़ा श्रेय सफाइकर्मियों को दिया.
केरकर ने कहा कि ये मानचित्र सफाई कर्मियों के अधिकारों के प्रति जागृति लाने का प्रयास में एक बड़ा कदम है . ये असल में हमारे हीरो है और आंदोलन के अगले चरण में हिलदार सफाइकर्मियों के सामाजिक व आर्थिक जीवन स्तर में सुधार के लिए कई कदम उठाए जाएंगे. जिसके लिए म्यूजियम आफ गोवा जैसी कई संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा.
बता दें कि छह माह से चल रहे हिलदारी आंदोलन का उद्देश्य मसूरी को देश के सबसे साफ-सुथरे हिल स्टेशन में से एक बनाना है. इसके तहत नगर पालिका परिषद और संस्था साथ मिलकर शहर के आठ वार्डों में कार्य कर रही है. साथ ही मसूरी में दिल्ली की एक कंपनी के साथ मिलकर लो वैल्यू प्लास्टिक के निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है और अबतक नगर से 6.4 टन कूड़ा इकठ्ठा किया जा चुका है.