चकराता: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में इन दोनों अरबी (गागली) की फसल से खेत लहलहा रहे हैं. अरबी की पत्तों से कई प्रकार की सब्जियां बनाई जाती हैं. जिनमें से मुख्य रूप से लोगों की सबसे पसंदीदा सब्जी पतोड़ की सब्जी है. इसे आप रोटी के साथ या चाय के साथ पकोड़े के रूप में भी खा सकते हैं. यह बहुत स्वादिष्ट व स्वास्थ्य वर्धक होती है, जो अरबी के पत्ते से तैयार की जाती है.
वैसे तो अरबी की पहाड़ी क्षेत्रों में फसल बरसात में तैयार हो जाती है. अरबी का पूरा पौधा ही सब्जी के काम में आता है, इन दिनों अरबी के हरे पत्ते खेतों में तैयार हैं. जिसे ग्रामीण महिलाएं खेतों से तोड़कर घर पर लाकर साफ करती हैं और इससे पतोड़ की सब्जी तैयार करते हैं. पतोड़ की सब्जी तैयार करने के लिए साबूत पत्ते को लेकर इस पर आटे या बेसन का लेप, नमक, मिर्च सील बट्टे पर पीसा हुआ स्वादानुसार घोल तैयार करते हैं और पते के ऊपर लेप लगाकर फिर इसे लपेटकर एक भगोने में स्टीम के लिए चूल्हे पर पकाने के लिए रखा जाता है.
करीब तीस मिनट में यह पककर तैयार हो जाता है और फिर करीब पांच मिनट ठंडा करने के लिए रखा जाता है. उसके बाद पतोड़ के छोटे-छोटे पीस काटकर उसे कढ़ाई में तला जाता है, फिर एक प्लेट या थाली में निकाला जाता है, जो खाने के लिए एकदम तैयार हो जाती है. इसे आप रोटी के साथ, चाय के साथ भी खा सकते हैं.यह एक बहुत ही स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक सब्जी मानी है. इसे उत्तराखंड में काफी पसंदीदा व्यंजन के रूप में हर घर में बड़े ही चाव से बनाया व परोसा जाता है. जिसका स्वाद लोगों को जुबान पर चढ़ा रहता है.