देहरादून: कहते हैं कि इस दुनिया में प्यार से बड़ी कोई दूसरी भाषा नहीं होती. इसी भाषा के जरिए मानव और पशुओं के बीच संवाद कायम कर रही हैं फिल्म अदाकारा माला मल्होत्रा. अपने व्यस्त जीवन से समय निकालकर वे बेजुबानों का सहारा बन रही हैं. साथ ही जानवरों के लिए किये जा रहे उनके कार्य समाज को प्रेरणा भी दे रहे हैं.
एक फिल्म अभिनेत्री होने के साथ ही माला मल्होत्रा एक पशु प्रेमी के तौर पर भी जानी जाती हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि बचपन से ही उन्हें जानवरों से खासा लगाव रहा है. यही कारण है कि वह बीते कई सालों से अपने दम पर सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्तों और मवेशियों की देखभाल कर रही हैं.
माला बताती हैं कि वह जब भी सड़क पर घूमते किसी बेजुबान जानवर को चोटिल या बीमार देखती हैं तो वह उसका इलाज कराती हैं. वहीं यदि कोई जानवर भूखा हो तो उसके लिए खाने का बंदोबस्त भी करती हैं. वर्तमान में उन्होंने अपने और अपने कुछ परिचितों के घरों में 70-80 कुत्तों और मवेशियों के लिए रहने की व्यवस्था की हुई है. इनके लिए हर दिन वह खुद ही खाना लेकर जाती हैं.
वे कहती हैं कि अगर कोई वास्तविक तौर पर एक पशु प्रेमी है तो उसे हमेशा इन बेजुबानों की मदद के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने बताया कि अक्सर लोग खुद को पशु प्रेमी बताते हैं, लेकिन जब वह किसी आवारा जानवर को सड़क पर तड़पता हुआ देखते हैं तो अपनी जिम्मेदारी से बच निकलते हैं.
अपने फ्यूचर प्रोजेक्ट्स पर बात करते हुए वे कहती हैं कि इसी माह उनकी फिल्म 'Love ka end' रिलीज होने जा रही है. इसके अलावा हाल ही में उनके द्वारा की गई तमिल फिल्म 'मालिनी एंड कंपनी' में भी दर्शक उन्हें देख सकते हैं.