देहरादून: प्रदेश में पांच गुना रॉयल्टी बढ़ाये जाने का विरोध (protest increase royalty by five times started) शुरू हो गया है. सभी ठेकेदारों ने एकजुट होकर राज्य सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है. ठेकेदारों ने तीन दिन के अल्टीमेटम के बाद आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी है. साथ ही सभी कार्यालयों में तालाबंदी की बात भी ठेकेदारों ने कही है.
ठेकेदार कल्याण समिति के सचिव ने कहा ठेकेदार प्रदेश के विकास की रीढ़ की हड्डी हैं. ये सरकार का भी मानना है. अब नये नये कानून लाकर ठेकेदारों को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा धामी सरकार ठेकेदारों का उत्पीड़न कर रही है. इसके अलावा जो खानापूर्ति खनन पट्टाधारक को पूरी करनी पड़ती है अब वो ठेकेदारों को पूरी करनी पड़ेगी. अगर वे ऐसा नहीं करते तो उन पर 2 लाख का जुर्माना लगाया जाएगा, जो कि ठेकेदारों के साथ अन्याय है.
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ठेकेदारों की सरकार से मांग है कि बड़े टेंडरों को सरकार छोटा करे, जिससे कि छोटे ठेकेदार जिनका रोजगार केवल ठेकेदारी है वो अपना और अपने परिवार पालन पोषण कर सकें. गोविंद सिंह पुण्डीर का कहना है कि शासन द्वारा रोज नए नए नियम लाकर वसूली का धंधा बनाया जा रहा है. इस संबंध में ठेकेदार वित्त सचिव, खनन सचिव से लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज के अलावा मुख्यमंत्री तक से मिल चुके हैं, लेकिन उनकी मांग को कोई तवज्जो नहीं दी गई. जिसके चलते ठेकेदारों में आक्रोश है. आज सभी ठेकेदारों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि अगर पांच गुना रॉयल्टी बढ़ाये जाने का फरमान वापस नहीं लिया जाता है तो प्रदेशभर के ठेकेदार एकजुट होकर आज से सभी छोटे बड़े विकास कार्यों को ठप कर देंगे.