देहरादून: विगत सप्ताह उद्यान मंत्री गणेश जोशी (Cabinet Minister Ganesh Joshi) ने भ्रष्टाचार की आशंका को लेकर उद्यान विभाग के निदेशक हरविंदर सिंह बवेजा (Director of Horticulture Department Harvinder Singh Baweja) के जांच के आदेश दिए थे लेकिन आज 1 सप्ताह बीतने के बावजूद भी उद्यान निदेशक अपने पद पर बने हुए हैं. जिसको लेकर समाजसेवी दीपक करगेती (Social worker Deepak Kargeti) ने कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने उद्यान निदेशक पर भ्रष्टाचार से जुड़ी विभागीय फाइलों और पत्रावलियों के साथ छेड़छाड़ किए जाने का भी आरोप लगाया.
दीपक करगेती ने कहा कि आज भी उद्यान निदेशालय चौपटिया से 25 किलो के एक कट्टे में भरकर पत्रावलियां देहरादून मंगवाई गई हैं. उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ उद्यान निदेशक मोहन सिंह भैसोड़ा आज रानीखेत से यह पत्रावलियों को लेकर रानीखेत पहुंचे हैं. ऐसे में आखिर यह पत्रावलियों के साथ छेड़छाड़ नहीं है तो और क्या है? साथ ही उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बागेश्वर के समाजसेवी गोपाल बनवासी की एक एफआईआर भी है. जिसमें गोपाल द्वारा डीजीपी अशोक कुमार को निदेशक की ओर से विभाग में की जा रही मनमानी भर्तियों का जिक्र किया गया है.
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समाजसेवी दीपक का कहना है कि उद्यान निदेशक (Director of Horticulture Department) ने मनमानी करते हुए विभाग में कार्यरत कुछ सरकारी कार्मिकों को व उनकी पत्नियों को बिना निविदा प्रक्रिया और बिना शासन की अनुमति के नौकरियों पर रखा हुआ है. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रदेश में बेरोजगारी का आलम है दूसरी तरफ उद्यान निदेशक अपनी मनमानी से विभाग में भर्तियां कर रहे हैं. उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई कि विगत सप्ताह उद्यान मंत्री गणेश जोशी की ओर से जांच के आदेश दिए जाने के बाद भी आठवें दिन निदेशक को ना तो अवकाश पर भेजा जा रहा है और ना ही उन्हें पद मुक्त किया जा रहा है. ऐसे में उनके द्वारा निदेशालय बागवानी मिशन में बैठकर पत्रावलियों के साथ छेड़छाड़ भी की जा रही है.