ETV Bharat / state

ग्लेशियर हादसा: अलर्ट पर प्रशासन, SDRF और NDRF की टीमें मौके पर, कुछ देर में पहुंच रहे CM

जोशीमठ के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने के बाद श्रीनगर में भी अलर्ट जारी किया गया है.श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के बांध से पानी खाली करने के लिए कहा गया है.

Chamoli Disaster
Chamoli Disaster
author img

By

Published : Feb 7, 2021, 1:40 PM IST

Updated : Feb 7, 2021, 4:21 PM IST

देहरादून/चमोली/श्रीनगर: चमोली जनपद जोसिमठ के तपोवन इलाके में ग्लेशियर फटने से श्रीनगर में अलर्ट कर दिया गया है प्रशासन ने अलकनन्दा नदी के किनारे बस्तियों को खाली करवाते हुए सुरक्षित इलाकों में भेज दिया है. रुद्रप्रयाग जाने वाले वाहनों को भी ऐतिहासिक श्रीनगर में रोका गया है, जबकि आपदा राहत टीमों को श्रीनगर के विभिन्न जगहों पर तैनात किया गया है. वहीं, एसएसबी श्रीनगर की भी चार टीमों को मदद के लिए तैनात श्रीनगर में तैनात किया गया है.

तपोवन में ग्लेशियर फटने से श्रीनगर में सुबह से अफरा-तफरी मची रही. लोग सुबह से नदी के जलस्तर को लेकर घबराये हुए थे. नदी के जलस्तर के बढ़ने की सूचना को लेकर श्रीनगर में पहले से ही प्रसासन अलर्ट में था, जिसके चलते धारी देवी मंदिर को भी श्रद्धालुओं के लिए बन्द कर दिया गया. साथ मे मंदिर के सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों में जाने की हिदायत दी गयी.

Chamoli Disaster
ग्लेशियर की घटना से निचले इलाकों में जल स्तर बढ़ा.

श्रीनगर उपजिलाधिकारी ने ईटीवी भारत से खास बात चीत में बताया कि जगह-जगह एसडीआरएफ और जल पुलिस सहित रेगुलर पुलिस को नदी किनारे तैनात किया गया है. साथ में श्रीनगर जल विधुत परियोजना को भी सतर्क रहने को कहा गया ही. वहीं, सीटीसी सेंटर एसएसबी के डीआईजी सृष्टिराज गुप्ता ने बताया कि उन्होंने सेंटर को हाई अलर्ट पर रखा है.

Chamoli Disaster
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा.

प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार तैयार- धन सिंह रावत

प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं चमोली जिले पहुंच रहे हैं. साथ ही रेस्क्यू करने के लिए तीन हेलीकॉप्टरों को भी मौके पर भेजा जा रहा है. स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि रेस्क्यू के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं.

प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार तैयार- धन सिंह रावत

सभी जिलों में किया गया अलर्ट

उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद चमोली के साथ ही अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. इस दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी रेस्क्यू करने के लिए रवाना किया गया है. प्रशासन से लेकर सरकार तक ग्लेशियर टूटने के बाद बाढ़ जैसे हालातों से बचने के लिए जद्दोजहद में जुटी हैं. इस घड़ी में आपदा प्रबंधन विभाग समेत जिला प्रशासन की टीमों को रेस्क्यू के कामों पर लगा दिया गया है. आपदा सचिव एसए मुरुगेशन ने कहा कि फिलहाल चमोली के आपदा प्रबंधन अधिकारी की तरफ से जानकारी दी गई है. इसी लिहाज से आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

हेलीकॉप्टर की उपलब्धता के लिए सिविल एविएशन विभाग से बात की गई

एसए मुरुगेशन ने बताया कि मुख्यमंत्री क्षेत्र का दौरा करने जा रहे हैं. इस दौरान एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को भी तैयार किया गया है. उधर, हेलीकॉप्टर की उपलब्धता के लिए सिविल एविएशन विभाग से भी बात कर ली गई है.

सिविल एविएशन विभाग से बात की गई.

पढ़ें- उत्तराखंड : जोशीमठ में टूटा ग्लेशियर, 150 लोगों के लापता होने की आशंका, पीएम की करीबी नजर

पुलिस विभाग ने अधिकारियों को अलर्ट रखा

इस मामले में पुलिस विभाग ने भी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दे दिए हैं. डीआइजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने कहा कि फिलहाल हादसे में कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है. जोशीमठ से एसडीआरएफ की टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार रेस्क्यू के कार्य को संपादित किया जा रहा है. डीआईजी गढ़वाल के मुताबिक नदी के किनारे रहने वाले लोगों से घर खाली करवाए जा रहे हैं. साथ ही राफ्टिंग भी बंद करा दी गई है.

सभी जिलों में किया गया अलर्ट.

डीआईजी गढ़वाल ने नीचे के सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रखा

डीआईजी गढ़वाल ने नीचे के सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रखा है. साथ नदी से सटी बस्तियों को खाली करने के निर्देश दे दिए गए है. इसके अलावा उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर जारी किया है. इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है. सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है.

चमोली में पुलिस लाउडस्पीकर से कर रही अलर्ट

वहीं, चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है. कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे है. वहीं, हादसे में कई लोगों के लापता होने की खबर है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है.

राम झूला बाजार भी कराई गई बंद .

ऋषिकेश में भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर

सुरक्षा के मद्देनजर ऋषिकेश में भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. ऋषिकेश में पुलिस के द्वारा त्रिवेणी घाट सहित सभी घाटों को खाली कराया जा चुका है. वहीं, गंगा के किनारे रहने वाले आबादी क्षेत्रों को भी खाली कराया जा रहा है. पुलिस ने यहां पर अलर्ट जारी कर दिया है कि कोई भी व्यक्ति गंगा के किनारे पर ना जाए. इसके साथ ही लक्ष्मण झूला और मुनिकीरेती क्षेत्र में भी पुलिस प्रशासन पर है.

राम झूला बाजार भी कराई गई बंद

मुनी की रेती थाना प्रभारी रामकिशोर सकलानी ने बताया कि राम झूला बाजार को भी बंद करवा दिया गया है. सुरक्षा के मद्देनजर राम झूला लोअर बाजार को बंद कराने के साथ-साथ गंगा में होने वाली राफ्टिंग पर भी रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही गंगा किनारे छोटे-छोटे क्षेत्रों में भी अलर्ट जारी कर दिया है.

देहरादून/चमोली/श्रीनगर: चमोली जनपद जोसिमठ के तपोवन इलाके में ग्लेशियर फटने से श्रीनगर में अलर्ट कर दिया गया है प्रशासन ने अलकनन्दा नदी के किनारे बस्तियों को खाली करवाते हुए सुरक्षित इलाकों में भेज दिया है. रुद्रप्रयाग जाने वाले वाहनों को भी ऐतिहासिक श्रीनगर में रोका गया है, जबकि आपदा राहत टीमों को श्रीनगर के विभिन्न जगहों पर तैनात किया गया है. वहीं, एसएसबी श्रीनगर की भी चार टीमों को मदद के लिए तैनात श्रीनगर में तैनात किया गया है.

तपोवन में ग्लेशियर फटने से श्रीनगर में सुबह से अफरा-तफरी मची रही. लोग सुबह से नदी के जलस्तर को लेकर घबराये हुए थे. नदी के जलस्तर के बढ़ने की सूचना को लेकर श्रीनगर में पहले से ही प्रसासन अलर्ट में था, जिसके चलते धारी देवी मंदिर को भी श्रद्धालुओं के लिए बन्द कर दिया गया. साथ मे मंदिर के सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों में जाने की हिदायत दी गयी.

Chamoli Disaster
ग्लेशियर की घटना से निचले इलाकों में जल स्तर बढ़ा.

श्रीनगर उपजिलाधिकारी ने ईटीवी भारत से खास बात चीत में बताया कि जगह-जगह एसडीआरएफ और जल पुलिस सहित रेगुलर पुलिस को नदी किनारे तैनात किया गया है. साथ में श्रीनगर जल विधुत परियोजना को भी सतर्क रहने को कहा गया ही. वहीं, सीटीसी सेंटर एसएसबी के डीआईजी सृष्टिराज गुप्ता ने बताया कि उन्होंने सेंटर को हाई अलर्ट पर रखा है.

Chamoli Disaster
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा.

प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार तैयार- धन सिंह रावत

प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं चमोली जिले पहुंच रहे हैं. साथ ही रेस्क्यू करने के लिए तीन हेलीकॉप्टरों को भी मौके पर भेजा जा रहा है. स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि रेस्क्यू के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं.

प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार तैयार- धन सिंह रावत

सभी जिलों में किया गया अलर्ट

उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद चमोली के साथ ही अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. इस दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी रेस्क्यू करने के लिए रवाना किया गया है. प्रशासन से लेकर सरकार तक ग्लेशियर टूटने के बाद बाढ़ जैसे हालातों से बचने के लिए जद्दोजहद में जुटी हैं. इस घड़ी में आपदा प्रबंधन विभाग समेत जिला प्रशासन की टीमों को रेस्क्यू के कामों पर लगा दिया गया है. आपदा सचिव एसए मुरुगेशन ने कहा कि फिलहाल चमोली के आपदा प्रबंधन अधिकारी की तरफ से जानकारी दी गई है. इसी लिहाज से आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

हेलीकॉप्टर की उपलब्धता के लिए सिविल एविएशन विभाग से बात की गई

एसए मुरुगेशन ने बताया कि मुख्यमंत्री क्षेत्र का दौरा करने जा रहे हैं. इस दौरान एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को भी तैयार किया गया है. उधर, हेलीकॉप्टर की उपलब्धता के लिए सिविल एविएशन विभाग से भी बात कर ली गई है.

सिविल एविएशन विभाग से बात की गई.

पढ़ें- उत्तराखंड : जोशीमठ में टूटा ग्लेशियर, 150 लोगों के लापता होने की आशंका, पीएम की करीबी नजर

पुलिस विभाग ने अधिकारियों को अलर्ट रखा

इस मामले में पुलिस विभाग ने भी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दे दिए हैं. डीआइजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने कहा कि फिलहाल हादसे में कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है. जोशीमठ से एसडीआरएफ की टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार रेस्क्यू के कार्य को संपादित किया जा रहा है. डीआईजी गढ़वाल के मुताबिक नदी के किनारे रहने वाले लोगों से घर खाली करवाए जा रहे हैं. साथ ही राफ्टिंग भी बंद करा दी गई है.

सभी जिलों में किया गया अलर्ट.

डीआईजी गढ़वाल ने नीचे के सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रखा

डीआईजी गढ़वाल ने नीचे के सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रखा है. साथ नदी से सटी बस्तियों को खाली करने के निर्देश दे दिए गए है. इसके अलावा उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर जारी किया है. इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है. सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है.

चमोली में पुलिस लाउडस्पीकर से कर रही अलर्ट

वहीं, चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है. कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे है. वहीं, हादसे में कई लोगों के लापता होने की खबर है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है.

राम झूला बाजार भी कराई गई बंद .

ऋषिकेश में भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर

सुरक्षा के मद्देनजर ऋषिकेश में भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. ऋषिकेश में पुलिस के द्वारा त्रिवेणी घाट सहित सभी घाटों को खाली कराया जा चुका है. वहीं, गंगा के किनारे रहने वाले आबादी क्षेत्रों को भी खाली कराया जा रहा है. पुलिस ने यहां पर अलर्ट जारी कर दिया है कि कोई भी व्यक्ति गंगा के किनारे पर ना जाए. इसके साथ ही लक्ष्मण झूला और मुनिकीरेती क्षेत्र में भी पुलिस प्रशासन पर है.

राम झूला बाजार भी कराई गई बंद

मुनी की रेती थाना प्रभारी रामकिशोर सकलानी ने बताया कि राम झूला बाजार को भी बंद करवा दिया गया है. सुरक्षा के मद्देनजर राम झूला लोअर बाजार को बंद कराने के साथ-साथ गंगा में होने वाली राफ्टिंग पर भी रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही गंगा किनारे छोटे-छोटे क्षेत्रों में भी अलर्ट जारी कर दिया है.

Last Updated : Feb 7, 2021, 4:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.