मसूरीः वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ एक दिवसीय दौरे पर पहाड़ों की रानी मसूरी पहुंचे. जहां पर उन्होंने सेंट जॉर्ज कॉलेज के एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान एयर चीफ मार्शल ने छात्रों को सफलता के गुर बताये. साथ ही उन्होंने अपने जीवन के कुछ अनुभवों को भी साझा किया. वहीं, उन्होंने बालाकोट में एयर सर्जिकल स्ट्राइक को दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए ठोस निर्णय बताया.
मंगलवार को वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ सेंट जॉर्ज कॉलेज मसूरी पहुंचे. इस दौरान स्कूली छात्रों ने सलामी दी. उनके साथ डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट और पंजाब के पूर्व डीजीपी बीएस गिल भी मौजूद रहे. एयर चीफ मार्शल ने कारगिल युद्ध के अपने कुछ अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि उनकी टीम ने विषम परिस्थितियों में भी रात के अंधेरे में डटकर मुकाबला किया था.
वहीं, बालाकोट में किए गए एयर सर्जिकल स्ट्राइक पर बोलते हुए कहा कि पाकिस्तानी विमानों के साथ हुई भिड़ंत में भारतीय मिग-20 ने एक पाकिस्तानी विमान F-16 को मार गिराया था. यह तभी संभव हुआ जब एक मैनोराइट ने देश के हित में दुश्मन को सबक सिखाने के लिए ठोस निर्णय लिया गया.
एयर मार्शल चीफ ने कहा कि वह 50 साल के बाद अपने स्कूल में आए हैं. यहां से ही उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की थी. साथ ही कहा कि वो बहुत खुश हैं, उस समय के टीचर ब्रदर कैरल आज भी कॉलेज में तैनात हैं और अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने अपने बचपन के दिनों को भी साझा किया.
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छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि सभी छात्रों को अपने भविष्य के निर्माण के लिए मेहनत करनी चाहिए. सभी को हमेशा अपने भविष्य के निर्माण के लिए सपने देखने चाहिए. उन्होंने कहा कि बच्चे अपने जीवन में कोई भी प्रोफेशन चुनें, लेकिन उसमें कामयाब होने के लिए कड़ी मेहनत करना चाहिए. जीवन में कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए और हमेशा सच्चाई की राह पर चलना चाहिए. वहीं, उन्होंने कहा कि इस मुकाम तक उनके पिताजी ने पहुंचाया है. उन्होंने ही एयर फोर्स में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया था.
वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट ने कहा कि इंडियन एयर फोर्स के चीफ ने बालाकोट में दुश्मन देश को करारा जवाब दिया है. पूरे देश को उन पर गर्व है.