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मसूरी में अतिक्रमण पर कार्रवाई का विरोध, अधिकारियों और जनता की हुई नोकझोंक - मसूरी लेटेस्ट न्यूज

मसूरी में प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हालांकि इस दौरान प्रशासन को अतिक्रमणकारियों के विरोध का भी सामना करना पड़ा. इस दौरान स्थानीय जनता की अधिकारियों के साथ नोकझोंक भी हुई, लेकिन प्रशासन अपनी कार्रवाई से नहीं रुका और अवैध निर्माण का ध्वस्त किया.

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Published : Dec 3, 2022, 9:22 AM IST

मसूरी: प्रशासन ने मसूरी में देहरादून रोड पर सड़क किनारे हो रखे अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. शुक्रवार दो दिसंबर को जब प्रशासन की टीम अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर लेकर पहुंची तो लोगों ने इसका विरोध किया. इस दौरान स्थानीय लोगों से प्रशासन की टीम नोकझोंक भी हुई, लेकिन प्रशासन के आगे उनकी एक नहीं चली और टीम ने सड़क किनारे बने अवैध निर्माण और अतिक्रमण को ध्वस्त किया.

जिला प्रशासन द्वारा मसूरी देहरादून मार्ग को दो जोन में बांटा गया था, जिससे पानी वाले बैंड से कुठालगेट तक एसडीएम सदर नरेश चंद्र दुर्गापाल द्वारा अतिक्रमण और अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई की गई. वहीं दूसरी ओर पानी वाले बैंड से मसूरी तक मसूरी एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी द्वारा अतिक्रमण को हटाया गया. इस मौके पर भारी पुलिस बल, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण, वन विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे.
पढ़ें- उत्तराखडं में प्रेमी ने लिविंग पार्टनर को जिंदा जलाने का किया प्रयास, पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज

मसूरी देहरादून मार्ग पर लोहे के ढांचे पर हो रखे बड़े स्तर के निर्माण को देखकर अधिकारी भी हैरान हो गए. इसको लेकर एसडीएम सदर द्वारा मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. एसडीएम मसूरी शैलेंद्र सिंह नेगी और एसडीएम सदर नरेश चंद्र दुर्गापाल ने किसी की नहीं सुनी और अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर पीला पंजा चलता रहा. वहीं कई लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए समय मांगा गया, जिसको लेकर एसडीएम द्वारा 24 घंटे का समय दिया गया.

एसडीएम मसूरी शैलेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि जिला अधिकारी के निर्देशों के बाद मसूरी देहरादून मार्ग पर हो रखे अतिक्रमण और अवैध निर्माण को पूर्व में चिन्हित कर लोगों को हटाने के निर्देश दिए गए थे, उसके बाद भी लोगों द्वारा अवैध निर्माण अतिक्रमण नहीं हटाए गए, जिस पर कार्रवाई की गई है.
पढ़ें- इंसानों पर गुलदारों के हमले बढ़ने की सर्दियां है वजह, तीन सालों में 250 से ज्यादा हुए हमले

एसडीएम सदर नरेश चंद्र दुर्गापाल ने कहा कि मसूरी देहरादून मार्ग पर लोगों द्वारा अत्यधिक खासकर मैगी पॉइंट पर अवैध निर्माण किया गया है, जिसको ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि मसूरी देहरादून मार्ग पर सड़क किनारे खासकर दून व्यू प्वाइंट पर किसी प्रकार के निर्माण की अनुमति नहीं है. ऐसे में लोगों द्वारा अनाधिकृत रूप से बड़े स्तर पर निर्माण किया गया है.

उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा दुकानों के नीचे अवैध रूप ये कमरे बनाये गए है, जिसको ध्वस्त किया जा रहा है. वहीं लोगों को दुकान चलाने की अनुमति नियमों के अनुसार दी जा रही है. स्थानीय लोगों ने कहा कि जिला प्रशासन और सरकार उनका लगातार उत्पीड़न कर रही है. समय-समय पर उनकी दुकानों को या अतिक्रमण और अवैध की श्रेणी में लाकर ध्वस्त करने की कार्रवाई करती है.

भाजपा के जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा देहरादून मसूरी मार्ग पर सड़क किनारे रखे अतिक्रमण और निर्माण पूर्ण रूप से ध्वस्त करने के निर्देश दिए गए हैं, परंतु कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के अथक प्रयासों के बाद लोगों की दुकानों को ना तोड़े जाने के लिये जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए.

मसूरी: प्रशासन ने मसूरी में देहरादून रोड पर सड़क किनारे हो रखे अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. शुक्रवार दो दिसंबर को जब प्रशासन की टीम अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर लेकर पहुंची तो लोगों ने इसका विरोध किया. इस दौरान स्थानीय लोगों से प्रशासन की टीम नोकझोंक भी हुई, लेकिन प्रशासन के आगे उनकी एक नहीं चली और टीम ने सड़क किनारे बने अवैध निर्माण और अतिक्रमण को ध्वस्त किया.

जिला प्रशासन द्वारा मसूरी देहरादून मार्ग को दो जोन में बांटा गया था, जिससे पानी वाले बैंड से कुठालगेट तक एसडीएम सदर नरेश चंद्र दुर्गापाल द्वारा अतिक्रमण और अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई की गई. वहीं दूसरी ओर पानी वाले बैंड से मसूरी तक मसूरी एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी द्वारा अतिक्रमण को हटाया गया. इस मौके पर भारी पुलिस बल, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण, वन विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे.
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मसूरी देहरादून मार्ग पर लोहे के ढांचे पर हो रखे बड़े स्तर के निर्माण को देखकर अधिकारी भी हैरान हो गए. इसको लेकर एसडीएम सदर द्वारा मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. एसडीएम मसूरी शैलेंद्र सिंह नेगी और एसडीएम सदर नरेश चंद्र दुर्गापाल ने किसी की नहीं सुनी और अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर पीला पंजा चलता रहा. वहीं कई लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए समय मांगा गया, जिसको लेकर एसडीएम द्वारा 24 घंटे का समय दिया गया.

एसडीएम मसूरी शैलेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि जिला अधिकारी के निर्देशों के बाद मसूरी देहरादून मार्ग पर हो रखे अतिक्रमण और अवैध निर्माण को पूर्व में चिन्हित कर लोगों को हटाने के निर्देश दिए गए थे, उसके बाद भी लोगों द्वारा अवैध निर्माण अतिक्रमण नहीं हटाए गए, जिस पर कार्रवाई की गई है.
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एसडीएम सदर नरेश चंद्र दुर्गापाल ने कहा कि मसूरी देहरादून मार्ग पर लोगों द्वारा अत्यधिक खासकर मैगी पॉइंट पर अवैध निर्माण किया गया है, जिसको ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि मसूरी देहरादून मार्ग पर सड़क किनारे खासकर दून व्यू प्वाइंट पर किसी प्रकार के निर्माण की अनुमति नहीं है. ऐसे में लोगों द्वारा अनाधिकृत रूप से बड़े स्तर पर निर्माण किया गया है.

उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा दुकानों के नीचे अवैध रूप ये कमरे बनाये गए है, जिसको ध्वस्त किया जा रहा है. वहीं लोगों को दुकान चलाने की अनुमति नियमों के अनुसार दी जा रही है. स्थानीय लोगों ने कहा कि जिला प्रशासन और सरकार उनका लगातार उत्पीड़न कर रही है. समय-समय पर उनकी दुकानों को या अतिक्रमण और अवैध की श्रेणी में लाकर ध्वस्त करने की कार्रवाई करती है.

भाजपा के जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा देहरादून मसूरी मार्ग पर सड़क किनारे रखे अतिक्रमण और निर्माण पूर्ण रूप से ध्वस्त करने के निर्देश दिए गए हैं, परंतु कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के अथक प्रयासों के बाद लोगों की दुकानों को ना तोड़े जाने के लिये जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए.

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