देहरादून: राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में बिना कानूनी प्रक्रिया के नवजात को गोद लेने का मामला सामने आया है. साथ ही इस मामले में कई लोगों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है. बिना कानूनी प्रक्रिया के बच्चे को गोद लेने के आरोपी और अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस की अग्रिम कार्रवाई जारी है.
जिला बाल कल्याण समिति ने बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य समन्वयक सुरेश उनियाल को जानकारी दी की बिना कानूनी प्रक्रिया के नवजात को गोद लिया गया है. जिसकी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग द्वारा जांच की गई, पड़ताल में सामने आया कि एक नाबालिग लड़के ने एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए, जिसके बाद नाबालिग गर्भवती हो गई.
बिना कानूनी प्रक्रिया के नवजात को लिया गोद
नाबालिग लड़के ने लड़की को डिलीवरी के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों और स्टाफ द्वारा पूरी जानकारी होने के बाद भी 19 मार्च को डिलीवरी करवाई गई. डिलीवरी के बाद नाबालिग लड़की ने एक बेटे को जन्म दिया. अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस और संबंधित विभाग को इसकी सूचना नहीं दी. नवजात शिशु को दीपक कुमार नाम के शख्स ने बिना कानून प्रक्रिया के गोद लेकर अपने पास रख लिया.
मामले में डॉक्टर की भूमिका संदिग्ध
वहीं, डॉक्टर ने नवजात शिशु का जन्म प्रमाण पत्र भी बना दिया और अपनी मुहर लगा दी. इसके बाद हस्ताक्षर करते हुए माता-पिता के नाम की जगह बच्चे को गोद लेने वाले दीपक कुमार का नाम डाल दिया गया.
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इस मामले में थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी राकेश गोस्वामी ने बताया कि जिला बाल कल्याण समिति की शिकायत के आधार पर दीपक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी, अस्पताल की डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. साथ ही घटना के संबंध में अग्रिम कार्रवाई जारी है.