देहरादून: दूसरे प्रदेशों में फंसे उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने के लिए रेलवे की तरफ से हरी झंडी मिल गई है. जिसके बाद उत्तराखंड सरकार प्रवासियों को ट्रेनों के जरिए प्रदेश लाने की तैयारी में जुट गई है. जिसके लिए 50 लाख रुपए एडवांस में सरकार रेलवे को दे चुकी है.
इन सबके बीच 10 मई के ट्रेन शेड्यूल के वायरल मैसेज को सरकार ने फेक बताया है. उत्तराखंड सरकार ने साफ कहा है कि ट्रेनों के शेड्यूल पर अभी काम चल रहा है. ऐसे में 10 मई को ट्रेन चलने वाली खबर झूठी है.
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नोडल अधिकारी सचिव शैलेश बगोली के मुताबिक सूरत, अहमदाबाद, पुणे और बेंगलुरु जैसी जगहों से प्रवासियों को लाने के लिए रेल मंत्रालय से बातचीत हुई है और रेलवे की तरफ से हरी झंडी भी मिल चुकी है.
शैलेश बगोली ने बताया कि उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. सरकार ने रेलवे को 50 लाख रुपए एडवांस के तौर पर दिए हैं. अभी तक 8 ट्रेनों के लिए आवेदन किया गया है. जिसके जरिए करीब 9 हजार लोगों को उत्तराखंड लाया जाएगा.
सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र, राजस्थान सहित कई राज्यों से 10 मई को उत्तराखंड के लिए चलने वाली ट्रेनों की खबरों को झूठ करार देते हुए शैलेश बगोली लोगों से अफवाहों से बचने की नसीहत भी दी है.