देहरादून/हरिद्वारः आम आदमी पार्टी ने जल संकट को लेकर सरकार पर निशाना साधा. पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता हेमा भंडारी ने कहा कि जल इंसान की प्रमुख आवश्यकताओं में एक है. लेकिन देश के 60 करोड़ लोग अभी भी जल संकट से जूझ रहे हैं. इनमें देश की आध्यात्मिक नगरी हरिद्वार भी शामिल है. गंगा नदी के तट पर स्थित हरिद्वार में भी लोग स्वच्छ पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यही हालात प्रदेश के सीमांत जनपदों की भी है. आप ने साफ लहजों में सरकार को चेतावनी दी है कि अगर पीने के पानी समस्या का हल जल्द नहीं निकलता तो सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा.
देहरादून के सर्कुलर रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में भी आप ने पीने के पानी को लेकर राज्य सरकार को घेरा. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र आनंद ने कहा कि प्रदेश की जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है. ये हालत तब है, जब इस प्रदेश में गंगा-यमुना जैसी कई नदियां बहती हैं और करोड़ों लोगों की प्यास बुझाती हैं. लेकिन पानी को लेकर प्रदेश के हालात बदतर हैं. इसे लेकर सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. इसे मामूली समस्या मानकर सरकार ने इससे किनारा कर लिया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल को साढ़े 3 साल का वक्त बीत चुका है, लेकिन इस समस्या का हल अभी तक नहीं निकल पाया. कहा कि सिर्फ मैदानी ही नहीं प्रदेश के सीमांत जनपदों जैसे पिथौरागढ़ में भी हालात बदतर हैं. यहां जिला मुख्यालयों के अलावा प्रमुख कस्बों जैसे धारचूला और मुनस्यारी में पीने के पानी की समस्या काफी ज्यादा है. हल्द्वानी में हजारों परिवार पीने के पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. जल संस्थान आम लोगों को पीने का पानी उपलब्ध नहीं करा पा रही है.
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उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश भर में पानी की समस्या जल्द दूर नहीं की जाती है तो आम आदमी पार्टी जनता के साथ सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी.
आप की सरकार को चेतावनी
हेमा भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड का दुर्भाग्य ये है कि हम उत्तर भारतीय राज्य के लोगों की प्यास तो बुझा रहे हैं, लेकिन खुद प्यासे हैं. इससे उत्तराखंड सरकार की नाकामी का साफ पता लगता है. आप प्रदेश प्रवक्ता हेमा भंडारी ने कहा प्रदेश में पानी की समस्या कोई नई समस्या नहीं है. प्रदेश में जितनी भी सरकारें आई, इस समस्या के स्थायी हल के बारे में किसी ने नहीं सोचा.
हेमा भंडारी ने कहा कि गंगा तट पर बसे हरिद्वार में आज भी 6 हजार परिवार पीने के पानी की दिक्कत से परेशान हैं. कहा कि सरकार ने जल जीवन मिशन योजना से गांव के लोगों को सिर्फ पानी नहीं बल्कि रोजगार भी देने की बात कही है. लेकिन अभी जो हालात दिख रहे हैं, उससे यही जाहिर होता है कि सरकार पहले लोगों के जीवन को बचाने के लिए पानी की व्यवस्था करें, उसके बाद रोजगार के बारे में सोचे.
हेमा भंडारी ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही प्रदेशभर में पानी की समस्या को दूर नहीं करती है तो आम आदमी पार्टी के साथ जनता भी सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेगी और 2022 के चुनाव में बीजेपी सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी.