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साइकिल घोटाला: AAP ने पार्टी पदाधिकारियों के शामिल होने के किया इनकार

साइकिल घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों के शामिल होने के मामले में आप प्रवक्ता रवींद्र आनंद ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि उनके पार्टी का इस घोटाले से कोई लेना देना नहीं है. ये बीजेपी की आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है.

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साइकिल घोटाला न्यूज
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Published : Oct 24, 2020, 9:41 AM IST

देहरादून: भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की ओर से गैर श्रमिकों को साइकिल बांटने में हुए घोटाले में आम आदमी पार्टी की मिली भगत से पदाधिकारियों ने कड़ा एतराज जताया है. आप के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र आनंद ने सफाई देते हुए कहा है कि साइकिल घोटाले में पार्टी के किसी पदाधिकारी और कार्यकर्ता का कोई लेना देना नहीं है. यह पार्टी को बदनाम करने की साजिश है.

AAP ने पार्टी पदाधिकारियों के शामिल होने के किया इनकार.

आप पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र आनंद ने सफाई देते हुए कहा कि यह बीजेपी की सोची समझी साजिश है और भाजपा के कुछ व्यक्तियों द्वारा आम आदमी पार्टी की टोपी पहनकर इस षड्यंत्र को रचा गया है. इसमें खुद क्षेत्रीय विधायक भी शामिल हैं. उन्होंने मंत्री हरक सिंह रावत से बात करके जांच की मांग कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है.

रविन्द्र आनंद ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में आम आदमी पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता और पदाधिकारी का कोई लेना देना नहीं है. यह सिर्फ आम आदमी के बढ़ते वर्चस्व को रोकने के लिए बीजेपी द्वारा एक साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि उन पर अगर लगत आरोप लगे तो आप के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे.

पढ़ें- एसिड अटैक सर्वाइवर रेखा की सुनो 'सरकार', दर-दर भटक कर लगा रही मदद की गुहार

बता दें, कि भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने साइकिल बांटने के दौरान शिविर में आम आदमी पार्टी की टोपी पहने लोग भी शामिल थे. नियम अनुसार साइकिलें सिर्फ उन्हीं श्रमिकों को मिलनी थी. जिनके श्रमिक कार्ड बने हुए हैं. लेकिन आधार कार्ड धारक श्रमिक को भी साइकिल दे दी गई. श्रम विभाग इस मामले की पहले जांच कर चुका है, जिसे शासन ने खारिज कर दिया है. इसके बाद जिला अधिकारी को मामले की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है.

देहरादून: भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की ओर से गैर श्रमिकों को साइकिल बांटने में हुए घोटाले में आम आदमी पार्टी की मिली भगत से पदाधिकारियों ने कड़ा एतराज जताया है. आप के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र आनंद ने सफाई देते हुए कहा है कि साइकिल घोटाले में पार्टी के किसी पदाधिकारी और कार्यकर्ता का कोई लेना देना नहीं है. यह पार्टी को बदनाम करने की साजिश है.

AAP ने पार्टी पदाधिकारियों के शामिल होने के किया इनकार.

आप पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र आनंद ने सफाई देते हुए कहा कि यह बीजेपी की सोची समझी साजिश है और भाजपा के कुछ व्यक्तियों द्वारा आम आदमी पार्टी की टोपी पहनकर इस षड्यंत्र को रचा गया है. इसमें खुद क्षेत्रीय विधायक भी शामिल हैं. उन्होंने मंत्री हरक सिंह रावत से बात करके जांच की मांग कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है.

रविन्द्र आनंद ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में आम आदमी पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता और पदाधिकारी का कोई लेना देना नहीं है. यह सिर्फ आम आदमी के बढ़ते वर्चस्व को रोकने के लिए बीजेपी द्वारा एक साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि उन पर अगर लगत आरोप लगे तो आप के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे.

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बता दें, कि भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने साइकिल बांटने के दौरान शिविर में आम आदमी पार्टी की टोपी पहने लोग भी शामिल थे. नियम अनुसार साइकिलें सिर्फ उन्हीं श्रमिकों को मिलनी थी. जिनके श्रमिक कार्ड बने हुए हैं. लेकिन आधार कार्ड धारक श्रमिक को भी साइकिल दे दी गई. श्रम विभाग इस मामले की पहले जांच कर चुका है, जिसे शासन ने खारिज कर दिया है. इसके बाद जिला अधिकारी को मामले की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है.

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