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Uttarakhand Election 2022: नतीजों से पहले ही मैदान से बाहर दिख रही AAP, प्रत्याशियों ने पार्टी में की शिकायत

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Published : Feb 27, 2022, 8:15 PM IST

Updated : Feb 27, 2022, 10:05 PM IST

उत्तराखंड में 10 मार्च को मतगणना होने हैं, ऐसे में चुनाव परिणाम आने से पहले ही आप मैदान से बाहर होती दिख रही है. जिसकी बड़ी वजह पार्टी में भितरघात है. वहीं, कई आप प्रत्याशियों ने इसकी शिकायत पार्टी हाईकमान से की है.

AAP left field before counting of votes
मतगणना से पहले ही मैदान से बाहर दिख रही AAP

देहरादून: उत्तराखंड में तीसरे विकल्प के रूप में खुद को स्थापित करने में जुटी आम आदमी पार्टी मतगणना से पहले ही सरकार बनाने को लेकर मैदान से बाहर हो गई है. बड़ी बात यह है कि आप प्रत्याशियों ने अब भितरघात की शिकायतों को भी पार्टी के सामने रखा है, जिसको लेकर पार्टी में समीक्षा भी की जा रही है.

उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाले वाली आम आदमी पार्टी मतदान से पहले सरकार बनाने का दावा कर रही थी, वह दावा फिलहाल मतगणना से पहले ही धराशायी होता हुआ दिख रहा है. यूं तो प्रदेश में आम आदमी पार्टी कुछेक सीटों पर सिमटती हुई नजर आ रही है, लेकिन राज्य में पहली बार अच्छा मत प्रतिशत पाने की अभी भी पार्टी नेताओं को उम्मीद है.
ये भी पढ़ें: जानिए उत्तराखंड में मतदान के बाद BJP और कांग्रेस का 'प्लान-B', दोनों दल कर रहे जीत का दावा

उधर, चुनाव से पहले जहां आम आदमी पार्टी में दर्जनों नेताओं ने एक के बाद एक पार्टी की गलत नीतियों का रोना रोकर पार्टी को अलविदा कह दिया, वहीं अंदर खाने अब भी पार्टी के चुनावी मैनेजमेंट को लेकर कई प्रत्याशी नाराज दिखाई दे रहे हैं. हालांकि, उनकी तरफ से खुलकर कुछ नहीं कहा जा रहा है, लेकिन आर्थिक स्तर पर पार्टी के प्रत्याशी कुछ कमजोर जरूर दिखाई दिए हैं.

मतगणना से पहले ही मैदान से बाहर दिख रही AAP

उधर, पार्टी की नई चिंता चुनाव के दौरान भितरघात को लेकर भी है. पार्टी के ही कुछ प्रत्याशियों ने चुनाव में भितरघात होने की शिकायत प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया को की है. जिस पर भी पार्टी फिलहाल विचार कर रही है, लेकिन पार्टी की नजर 10 मार्च पर है. जब चुनाव परिणाम सबके सामने होंगे.

आम आदमी पार्टी चुनाव से ठीक पहले छोड़ने वाले रविंद्र जुगरान कहते हैं कि वैसे तो वह अब भाजपा का हिस्सा है और भाजपा की प्रदेश में सरकार को लेकर ही काम करते रहे हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि आम आदमी पार्टी इस बार चुनाव में कहीं पर भी मुकाबले में नहीं है. इस चुनाव में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिलने जा रही है.

देहरादून: उत्तराखंड में तीसरे विकल्प के रूप में खुद को स्थापित करने में जुटी आम आदमी पार्टी मतगणना से पहले ही सरकार बनाने को लेकर मैदान से बाहर हो गई है. बड़ी बात यह है कि आप प्रत्याशियों ने अब भितरघात की शिकायतों को भी पार्टी के सामने रखा है, जिसको लेकर पार्टी में समीक्षा भी की जा रही है.

उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाले वाली आम आदमी पार्टी मतदान से पहले सरकार बनाने का दावा कर रही थी, वह दावा फिलहाल मतगणना से पहले ही धराशायी होता हुआ दिख रहा है. यूं तो प्रदेश में आम आदमी पार्टी कुछेक सीटों पर सिमटती हुई नजर आ रही है, लेकिन राज्य में पहली बार अच्छा मत प्रतिशत पाने की अभी भी पार्टी नेताओं को उम्मीद है.
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उधर, चुनाव से पहले जहां आम आदमी पार्टी में दर्जनों नेताओं ने एक के बाद एक पार्टी की गलत नीतियों का रोना रोकर पार्टी को अलविदा कह दिया, वहीं अंदर खाने अब भी पार्टी के चुनावी मैनेजमेंट को लेकर कई प्रत्याशी नाराज दिखाई दे रहे हैं. हालांकि, उनकी तरफ से खुलकर कुछ नहीं कहा जा रहा है, लेकिन आर्थिक स्तर पर पार्टी के प्रत्याशी कुछ कमजोर जरूर दिखाई दिए हैं.

मतगणना से पहले ही मैदान से बाहर दिख रही AAP

उधर, पार्टी की नई चिंता चुनाव के दौरान भितरघात को लेकर भी है. पार्टी के ही कुछ प्रत्याशियों ने चुनाव में भितरघात होने की शिकायत प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया को की है. जिस पर भी पार्टी फिलहाल विचार कर रही है, लेकिन पार्टी की नजर 10 मार्च पर है. जब चुनाव परिणाम सबके सामने होंगे.

आम आदमी पार्टी चुनाव से ठीक पहले छोड़ने वाले रविंद्र जुगरान कहते हैं कि वैसे तो वह अब भाजपा का हिस्सा है और भाजपा की प्रदेश में सरकार को लेकर ही काम करते रहे हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि आम आदमी पार्टी इस बार चुनाव में कहीं पर भी मुकाबले में नहीं है. इस चुनाव में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिलने जा रही है.

Last Updated : Feb 27, 2022, 10:05 PM IST
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