देहरादून: निजी स्कूलों की फीस की मनमानी को लेकर अभिभावक परेशान हैं. निजी स्कूल अभिभावकों के ऊपर फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं. इसी कड़ी में राजधानी देहरादून के एक निजी स्कूल ने फीस अदा न करने पर छात्र को स्कूल से निकाल दिया. जिसके बाद आम आदमी सेना ने छात्र और अभिभावक की मांग को जायज ठहराते हुए गांधी पार्क में मुंह में काली पट्टी बांधकर धरना दिया और सरकार से न्याय की गुहार लगाई. वहीं, रुड़की में भी चंद्रशेखर चौक पर आम आदमी सेना के कार्यकर्ताओं ने स्कूली फीस में 50 प्रतिशत छूट की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया.
देहरादून को शिक्षा का हब कहा जाता है. लेकिन देहरादून में चल रहे नामी स्कूल ने फीस जमा न करने पर एक बच्चे को स्कूल के गेट में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है. छात्र अमन ठाकुर के पिता ने कुछ महीने से स्कूल फीस जमा नहीं कराई थी. क्योंकि कोरोना काल में उनकी नौकरी चली गई थी. छात्र के पिता धर्मेंद्र ठाकुर के मुताबिक फीस को लेकर स्कूल की कभी कोई शिकायत नहीं रही. लेकिन अब स्कूल की ओर से लगातार फीस जमा कराए जाने को लेकर उनपर दबाव बनाया जा रहा है. स्कूल प्रशासन ने उनके बेटे को ऑनलाइन क्लासेज से हटा दिया.
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उन्होंने स्कूल प्रशासन से आग्रह किया था कि अभी उनकी स्थिति फीस देने की नहीं है, लेकिन स्कूल अपनी मनमानी करते हुए कुछ सुनने को तैयार नहीं है. उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी से भी की लेकिन वहां से भी अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसको लेकर अब आम आदमी सेना ने छात्र और अभिभावक की मांग को जायज ठहराते हुए गांधी पार्क में मुंह पर काली पट्टी बांधकर धरना दिया और सरकार से न्याय की गुहार लगाई.
रुड़की में आम आदमी सेना ने किया विरोध-प्रदर्शन
वहीं, रुड़की के चंद्रशेखर चौक पर आम आदमी सेना के कार्यकर्ताओं ने स्कूली फीस में 50 प्रतिशत की छूट की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान रोड मार्च निकालकर सरकार से मांग की गई कि कोरोना काल में आम नागरिकों को स्कूली फीस में 50 प्रतिशत की छूट दी जाए. ताकि बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो.
दरअसल, स्कूलों की फीस में 50 प्रतिशत कटौती की मांग को लेकर आम आदमी सेना ने रुड़की में रोड मार्च निकाला. उन्होंने सरकार से मांग की कि जब तक देश के आम नागरिकों की आर्थिक स्थिति सामान्य न हो जाए तब तक स्कूलों की फीस 50 प्रतिशत माफ की जाए.
आम आदमी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाराम सिंह भाटी ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन जब से शुरू हुआ है तब से लोगों का रोजगार, नौकरी चली गई है. लोगों को घर तक चलाना मुश्किल हो रहा है. जिससे आम जनता पर आर्थिक और सामाजिक आघात पड़ा है. उन्होंने कहा कि आज लोग इस स्थिति में नहीं है कि स्कूलों की फीस दे पाएं. उन्होंने कहा कि आम आदमी सेना सरकार से मांग करती है कि जब तक देश के अभिभावकों की आर्थिक स्थिति सामान्य न हो जाए तब तक स्कूल फीस 50 प्रतिशत कम ली जाए. उन्होंने कहा अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह आंदोलन करेंगे.