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अजब इश्क! इटली की 55 वर्षीय वैलेंटिना को 25 साल का नावेद आया पसंद, ऋषिकेश में की शादी

वैलेंटिना और नावेद की मुलाकात 2 साल पहले ऋषिकेश में हुई थी. इसी बीच दोनों एक दूसरे से मिलने जुलने लगे और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं. ये नजदीकियां धीरे-धीरे प्यार में बदल गईं.

ऋषिकेश
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Published : Sep 1, 2019, 12:00 PM IST

Updated : Sep 24, 2019, 7:36 PM IST

ऋषिकेश: आमतौर पर लोग कहते हैं कि प्यार की कोई उम्र नहीं होती और लोग किसी भी उम्र में इश्क फरमा सकते हैं. जी हां ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तराखंड के ऋषिकेश से. सात समुंद्रर पार इटली की रहने वाली 55 साल की वैलेंटिना को ऋषिकेश के 25 साल के नावेद से प्यार हो गया है. इतना ही नहीं वैलेंटिना, नावेद के प्यार में ऋषिकेश तक आ गई है और शनिवार को दोनों ने कोर्ट मैरिज की.

विदेशी महिला को ऋषिकेश के युवक से हुआ प्यार.

नावेद और वैलेंटिना की प्रेम कहानी 2 साल पहले शुरू हुई थी. दो साल पहले वैलेंटिना ऋषिकेश घूमने आई थी. तभी उसकी मुलाकात बापूग्राम निवासी नावेद से हुआ थी. इसी बीच दोनों एक दूसरे मिलने जुलने लगे और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं. ये नजदीकियां धीरे-धीरे प्यार में बदल गईं. इसके अलावा वैलेंटिना को भारतीय संस्कृति ने काफी प्रभावित किया.

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नावेद ने बताया कि वैलेंटिना का व्यक्तित्व काफी परिपक्व है. उनकी उम्र वैलेंटिना के मुकाबले काफी कम है. बावजूद उसके वो अच्छे दोस्त बने. वैलेंटिना का स्वभाव बहुत प्यारा है.

नावेद ने बताया कि वैलेंटिना ने उन्हें हमेशा मुश्किल घड़ी में एक सच्चे दोस्त की तरह सहारा दिया है. वैलेंटिना दोस्त के रूप में काफी जिंदादिल और कोमल स्वभाव की है. वैलेंटिना के इन गुणों ने नावेद काफी प्रभावित किया.

नावेद बताते हैं कि वो अंग्रेजी सीख रहे हैं. जिसके लिए वैलेंटिना उनकी काफी मदद कर रही है. वहीं वैलेंटिना को हिंदी नहीं आती है. नावेद का मानना है कि जब उन्होंने (वैलेंटिना) हिंदुस्तान को अपना लिया है तो हिंदी भी जल्द सीख लेंगी.

वैलेंटिना ने बताया कि उन्हें भारतीय संस्कृति ने काफी प्रभावित किया है. इसी में रचे बसे नावेद से जब उनकी मुलाकात हुई तो वो खुद को रोक नहीं पाई और नावेद के साथ प्यार के बंधंन में बंध गई. वैलेंटिना ने बताया कि ऋषिकेश भ्रमण के दौरान गाइड के रूप में नावेद से उनकी मुलाकात हुई थी. उन्हें यहां के दर्शनीय स्थलों के बारे में कुछ नहीं पता था. नावेद का साथ मिला तो यहां की संस्कृति और रमणीक स्थलों के बारे में जानने का मौका मिला.

पढ़ें- देहरादून: नियमों को ताक पर रखकर लक्कड़ मंडी को किया शिफ्ट, लोगों में आक्रोश

वैलेंटिना मुस्कुराते हुए कहती है कि नावेद बहुत प्यारा लड़का है. नावेद उनका काफी ख्याल रखता है. दो साल तक एक दूसरे को समझने के बाद हमने शादी का फैसला किया. नावेद का स्वभाव कोमल है.

धर्म के विपरीत शादी के सवाल पर नावेद ने कहा कि वो किसी धर्म को नहीं मानता. उन्हें लिए सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है. उनके परिवार को इस शादी से कोई आपत्ति नहीं है. नावेद ने कहा कि शादी के बाद भी वो ऋषिकेश में ही रहेंगे. कभी कभार जरूर इटली जाया करेंगे.

ऋषिकेश: आमतौर पर लोग कहते हैं कि प्यार की कोई उम्र नहीं होती और लोग किसी भी उम्र में इश्क फरमा सकते हैं. जी हां ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तराखंड के ऋषिकेश से. सात समुंद्रर पार इटली की रहने वाली 55 साल की वैलेंटिना को ऋषिकेश के 25 साल के नावेद से प्यार हो गया है. इतना ही नहीं वैलेंटिना, नावेद के प्यार में ऋषिकेश तक आ गई है और शनिवार को दोनों ने कोर्ट मैरिज की.

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नावेद और वैलेंटिना की प्रेम कहानी 2 साल पहले शुरू हुई थी. दो साल पहले वैलेंटिना ऋषिकेश घूमने आई थी. तभी उसकी मुलाकात बापूग्राम निवासी नावेद से हुआ थी. इसी बीच दोनों एक दूसरे मिलने जुलने लगे और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं. ये नजदीकियां धीरे-धीरे प्यार में बदल गईं. इसके अलावा वैलेंटिना को भारतीय संस्कृति ने काफी प्रभावित किया.

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नावेद ने बताया कि वैलेंटिना का व्यक्तित्व काफी परिपक्व है. उनकी उम्र वैलेंटिना के मुकाबले काफी कम है. बावजूद उसके वो अच्छे दोस्त बने. वैलेंटिना का स्वभाव बहुत प्यारा है.

नावेद ने बताया कि वैलेंटिना ने उन्हें हमेशा मुश्किल घड़ी में एक सच्चे दोस्त की तरह सहारा दिया है. वैलेंटिना दोस्त के रूप में काफी जिंदादिल और कोमल स्वभाव की है. वैलेंटिना के इन गुणों ने नावेद काफी प्रभावित किया.

नावेद बताते हैं कि वो अंग्रेजी सीख रहे हैं. जिसके लिए वैलेंटिना उनकी काफी मदद कर रही है. वहीं वैलेंटिना को हिंदी नहीं आती है. नावेद का मानना है कि जब उन्होंने (वैलेंटिना) हिंदुस्तान को अपना लिया है तो हिंदी भी जल्द सीख लेंगी.

वैलेंटिना ने बताया कि उन्हें भारतीय संस्कृति ने काफी प्रभावित किया है. इसी में रचे बसे नावेद से जब उनकी मुलाकात हुई तो वो खुद को रोक नहीं पाई और नावेद के साथ प्यार के बंधंन में बंध गई. वैलेंटिना ने बताया कि ऋषिकेश भ्रमण के दौरान गाइड के रूप में नावेद से उनकी मुलाकात हुई थी. उन्हें यहां के दर्शनीय स्थलों के बारे में कुछ नहीं पता था. नावेद का साथ मिला तो यहां की संस्कृति और रमणीक स्थलों के बारे में जानने का मौका मिला.

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वैलेंटिना मुस्कुराते हुए कहती है कि नावेद बहुत प्यारा लड़का है. नावेद उनका काफी ख्याल रखता है. दो साल तक एक दूसरे को समझने के बाद हमने शादी का फैसला किया. नावेद का स्वभाव कोमल है.

धर्म के विपरीत शादी के सवाल पर नावेद ने कहा कि वो किसी धर्म को नहीं मानता. उन्हें लिए सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है. उनके परिवार को इस शादी से कोई आपत्ति नहीं है. नावेद ने कहा कि शादी के बाद भी वो ऋषिकेश में ही रहेंगे. कभी कभार जरूर इटली जाया करेंगे.

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ऋषिकेश--न उम्र की सीमा रही न ही सात समंदर पार का कोई बंधन,सारी रूढ़ियों को तोड़ इटली निवासी वैलेंटिना और तीर्थनगरी स्थित बापूग्राम के नावेद से आज कोर्ट मैरिज कर ली है,आज उपजिलाधिकारी के सामने दोनो एक दूसरे से परिणय सूत्र में बंध गए, 55 वर्षीय वैलेंटिना और नावेद पिछले दो साल से एक दूसरे के संपर्क में थे,दोनों आज शादी के बाद काफी खुश दिखाई दिए।


Body:वी/ओ--दो वर्ष पहले वैलेंटिना तीर्थनगरी घूमने के लिए आई थीं, इस दौरान उन्हें भारतीय संस्कृति ने इतना प्रभावित किया कि वे मुरीद हो गईं, इसी दौरान उनका संपर्क बापूग्राम के रहने वाले नावेद से हुआ,धीरे धीरे वे एक दूसरे से लगातार मिलने जुलने लगे और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई, नावेद का कहना है कि वैलेंटिना का व्यक्तित्व काफी परिपक्व है, मेरी उम्र उनके मुकाबले काफी कम है,मुलाकातों के दौरान महसूस हुआ कि जो भावनात्मक संबल मुझे चाहिए वो वैलेंटिना से मिल सकता है, नावेद बताते हैं कि वैलेंटिना का स्वभाव बहुत प्यारा है,उम्र में बड़े होने के कारण वैलेंटिना जहां जिंदगी की मुश्किल घड़ी में मुझे भावनात्मक रूप से सहारा देती है वहीं दोस्त के रूप में वह काफी जिंदादिल और कोमल स्वभाव की है,इन्हीं स्वभावगत गुणों ने मुझे प्रभावित किया, प्यार के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखता, फिलहाल नावेद ने अंग्रेजी बोलनी भी सीख ली है, फर्राटेदार उच्चारण में वैलेंटिना ने काफी मदद की, हालांकि वैलेंटिना अभी हिंदी ज्ञान से अछूती हैं, उनका मानना है कि जब उन्होंने हिंदुस्तान को अपना लिया है तो हिंदी भी जल्द सीख लेंगी। 


वहीं वैलेंटिना को सबसे ज्यादा प्रभावित भारतीय संस्कृति ने किया, इसी में रचे बसे नावेद से जब उनकी मुलाकात हुई तो वे खुद को नहीं रोक पाईं, कोर्ट मैरिज के बाद उन्होंने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत करते हुए बताया कि ऋषिकेश भ्रमण के दौरान गाइड के रूप में नावेद से मुलाकात हुई थी, मुझे यहां के दर्शनीय स्थलों के बारे में कुछ नही पता था, नावेद का साथ मिला तो यहां की संस्कृति और रमणीक स्थलों के बारे में जानने का मौका मिला, वे मुस्कुराते हुए कहती हैं कि नावेद वाकई बहुत प्यारा लड़का है, कोमल स्वभाव के साथ साथ सहयोगी रवैया है, वैलेंटिना का कहना है कि नावेद उनका बेहद ख्याल रखता है,दो साल एक दूसरे को समझने के बाद हमने शादी का फैसला किया। 




Conclusion:वी/ओ--शादी के बाद खुश नावेद ने धर्म के विपरीत शादी के सवाल पर कहा कि मैं किसी धर्म को नहीं मानता,मेरे लिए सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है,मेरे परिवार में शादी को लेकर कोई आपत्ति नहीं है,नावेद का कहना है कि शादी के बाद भी मैं अपने देश मे ही रहूंगा, कभी कभार जरूर इटली जाया करूँगा।

बाईट--वैलेंटीना(इटेलियन लेडी)
बाईट--नावेद(भारतीय लड़का)
पीटीसी--विनय पाण्डेय ऋषिकेश
Last Updated : Sep 24, 2019, 7:36 PM IST
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