देहरादून: बदलते समय के साथ शिक्षा में भी तकनीकी बदलाव की कोशिशें की जा रही है. इसी दिशा में उत्तराखंड सरकार प्रदेश के 500 इंटरमीडिएट कॉलेज को वर्चुअल क्लासेस से जोड़ने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शनिवार को इसका उद्घाटन नवोदय विद्यालय तपोवन में करने जा रहे हैं.
आधुनिकता के इस युग में अब क्लासरूम को भी हाईटेक तकनीक से लैस किया जाए लगा है. क्लासरूम में धीरे धीरे चॉक और सामान्य ब्लैकबोर्ड अब बीते दिनों की बात होने लगी है. इसी कड़ी में पहले चरण में उत्तराखंड के 500 इंटरमीडिएट कॉलेजों को वर्चुअल क्लास से जोड़ने की तैयारी की जा रही है. इस दिशा में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शनिवार को तपोवन स्थित नवोदय विद्यालय में इसका उद्घाटन करेंगे. वर्चुअल क्लास के लिए स्टूडियो और वर्चुअल लैब स्थापित की जाएगी. इसके लिए एक निजी कंपनी से करार किया जा चुका है और इसके बाद सभी आधुनिक उपकरणों के जरिए वर्चुअल क्लास जल्द शुरू करने का कार्यक्रम है.
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जानकारी के अनुसार, कंपनी के साथ हुए करार में कंपनी को 92 करोड़ रुपए दिए जाएंगे. जिसमें कंपनी तमाम उपकरण स्कूलों में उपलब्ध कराएगी. इसमें चार सेंट्रल स्टूडियो से प्रदेश के 500 विद्यालयों को जोड़ा जाएगा. वर्चुअल क्लासरूम नवीनतम तकनीक वाली होगी. वर्चुअल क्लासरूम में बच्चों, अध्यापकों और अभिभावकों समेत बाकी लोगों से भी लाइव संपर्क स्थापित कर बात की जा सकती है. सेंट्रल स्टूडियो के जरिए विशेषज्ञों और अध्यापकों द्वारा कक्षा 6 से 12 तक के विभिन्न विषयों की पढ़ाई संचालित की जाएगी. वर्चुअल क्लास के जरिए प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियां भी करवाई जा सकेगी. इसके लिए फिलहाल अध्यापकों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी.
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जनपदवार होगी वर्चुअल क्लासरूम
अल्मोड़ा में 52 वर्चुअल क्लासरूम बनाई जाएंगी, बागेश्वर में 10, चमोली में 45, चंपावत में 15, देहरादून में 46, हरिद्वार में 10, नैनीताल में 61, पौड़ी में 82, पिथौरागढ़ में 40, रुद्रप्रयाग में 21, टिहरी में 52, उधमसिंह नगर में 33 और उत्तरकाशी में 33 वर्चुअल क्लासरूम तैयार किए जाएंगे. इस परियोजना में अध्ययनरत लगभग 1 लाख 20 हजार बच्चे लाभान्वित होंगे.