मसूरी: भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी (Passing out parade of Mussoorie ITBP) में एक वर्ष का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 22 सहायक सेनानी/जीडी और 6 माह के कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 14 सहायक सेनानी चैट, 5 सहायक सेनानी/चिकित्सा, 4 सहायक सेनानी/जैग, कुल 45 अधिकारी पुलिस बल की मुख्य धारा में शामिल हुए हैं. इनमें 5 महिला सहायक सेनानी बल की मुख्य धारा में शामिल हुई हैं. इन अधिकारियों को कठोर एवं लम्बे प्रशिक्षण के दौरान युद्ध कौशल, शस्त्र चालन, शारीरिक प्रशिक्षण, आसूचना, मानचित्र अध्ययन, सैन्य प्रशासन, कानून व मानव अधिकार जैसे सैन्य व पुलिस संबंधी विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया है.
पास आउट होने वाले इन अधिकारियों में उत्तर प्रदेश से 12, दिल्ली से 8, हरियाणा से 5, उत्तराखंड से 4, बिहार, पंजाब व महाराष्ट्र से 2, 2, मणिपुर, चंडीगढ़, तमिलनाडु, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश से एक एक प्रशिक्षणार्थी शामिल हैं. आज सभी अधिकारियों ने समर्पण की शपथ ली.
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प्रशिक्षण के बाद आयोजित भव्य पासिंग आउट परेड में अनीश दयाल सिंह, महानिदेशक, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. उन्होंने संबोधन में पास आउट होने वाले सभी अधिकारियों को बल की मुख्य धारा में शामिल होने पर बधाई दी. अनीश दयाल सिंह 1988 बैच के मणिपुर कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. लगभग 34 वर्षों की राज्य व केंद्रीय पुलिस सेवा के लिए उन्हें सराहनीय सेवाओं के लिए कई पुलिस पदकों से नवाजा जा चुका है.
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भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल 19 हजार फीट तक की ऊंचाई पर स्थित अग्रिम चौकियों में माइनस 45 डिग्री तापमान में भी मुश्किल हालातों में मुस्तैदी से काम करने वाला एक अनुशासित और अति प्रशिक्षित बल है, जो कि देश के अलावा विदेशों में भी महत्वपूर्ण सस्थानों को सुरक्षा प्रदान कर रही है. आंतरिक सुरक्षा हो, देश की सीमा सुरक्षा हो, वीआईपी सुरक्षा प्रतिष्ठित संस्थान, आपदा प्रबंधन या फिर कोई अन्य विशेष कार्य देश को आवश्यकता पड़ने पर अग्रणी रहते हुए अपने कार्य का निवर्हन करता है.