देहरादूनः बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से अभी तक 427 श्रद्धालु ऑनलाइन पूजा करा चुके हैं. इसके अंतर्गत अभी तक 10 लाख रुपये की रसीद कट चुकी है. यह व्यवस्था पिछले साल ही शुरू की गई थी. जिससे कोरोना संक्रमण की वजह से चारधाम यात्रा पर नहीं आने वाले श्रद्धालु घर बैठे ही अपने नाम की पूजा इन धामों में करा सकें. हालांकि अभी तक ऑनलाइन पूजा कराने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण नहीं हो पा रहा था. लेकिन अब पर्यटन महकमा इसकी भी व्यवस्था कर रहा है.
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लागू कोरोना कर्फ्यू का असर हर वर्ग और हर तबके पर पड़ा है. हालांकि पिछले साल भी लोगों के सामने आर्थिक संकट गहराया था. इस साल भी हालात उसी तरह ही बने हुए हैं. ऐसे में चारधाम से जुड़ी लोगों की आस्था और चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों के इनकम के लिए राज्य सरकार ने पिछले साल ऑनलाइन पूजा कराने की व्यवस्था शुरू की थी. जिसके तहत इस साल भी इस व्यवस्था को लागू किया गया.
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कूरियर के जरिए पहुंचाया जाएगा प्रसाद
बता दें कि 17 मई को केदारनाथ धाम और 18 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट पूरे विधि-विधान से खोले गए थे. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि तीर्थ पुरोहितों का सम्मान करते हुए ऑनलाइन पूजा पद्धति शुरू की गई. जिसके माध्यम से तीर्थ पुरोहितों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके. ऑनलाइन पूजा पद्धति शुरू होने से श्रद्धालु ऑनलाइन रसीद कटवा कर अपने नाम की पूजा करवा सकते हैं. ऐसे में जो तीर्थ पुरोहित पूजा करेगा, वह कूरियर के जरिए प्रसाद श्रद्धालु के पते पर भिजवा सकेंगे.
विदेशों से भी कराई गई पूजा
सतपाल महाराज का कहना है कि इस प्रक्रिया से तीर्थ पुरोहितों को ना सिर्फ रोजगार उपलब्ध होगा. बल्कि धर्म की भी बढ़ोतरी होगी. वहीं अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि बदरीनाथ और केदारनाथ में अभी तक 427 ऑनलाइन पूजा कराई जा चुकी है. यह पूजा देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी कराई गई है. इन सभी ऑनलाइन पूजा के लिए करीब 10 लाख का शुल्क प्राप्त हुआ है.