देहरादून: कोरोना टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में फ्रंट लाइन के रूप में काम कर रहे पुलिसकर्मियों को टीका लगाया जा रहा है. लेकिन उत्तराखंड पुलिस कर्मियों की भागीदारी काफी सुस्त देखी जा रही है. हालांकि उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार के वैक्सीन लगाने के बाद कुछ हद तक पुलिसकर्मियों के टीकाकरण में तेजी आई है, लेकिन अब भी उस रफ्तार से टीकाकरण हिस्सेदारी नहीं हो रही है. वहीं, टीकाकरण अभियान का तय समय निर्धारित है.
इस मामले में डीजीपी ने साफ किया कि अभियान के शुरूआती दो-तीन दिनों में रफ्तार धीमी थी, लेकिन अब तेजी आई है. प्रदेश के सभी जिला एसपी और एसएसपी को निर्देशित किया गया कि निर्धारित तिथि 18 फरवरी तक 100 फीसदी पुलिस कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगवाई जाए.
राज्य में 8 से 18 फरवरी 2021 तक 10 दिनों का अभियान पुलिस कर्मियों के टीकाकरण का रखा गया है. लेकिन आलम यह है कि अभियान के 6 दिन गुजरने के उपरांत मात्र 35 फीसदी पुलिस कर्मचारियों ने ही कोरोना वैक्सीन लगाने में दिलचस्पी दिखायी है. चमोली आपदा व हरिद्वार महाकुंभ जैसे महत्वपूर्ण स्थानों में ड्यूटी लगने के कारण समय से वैक्सीन लगाने में कुछ समस्या आयी है. ऐसे में उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने प्रदेशभर की पुलिस से अपील करते हुए कोरोना टीकाकरण में अधिक से अधिक हिस्सेदारी दर्ज करने का आह्वान किया है.
बता दें कि, उत्तराखंड पुलिस विभाग में लगभग 25 हजार से कुछ अधिक संख्या में पुलिसकर्मी व अधिकारी कार्यरत हैं. ऐसे में लगभग 20 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को कोरोना टीकाकरण के वैक्सीन लगायी जानी है. लेकिन 8 फरवरी से 14 फरवरी 2021 तक प्रदेश भर में 35 फीसदी पुलिसकर्मी अधिकारियों ने ही टीकाकरण कराया है. ऐसे में समय अनुसार अगले 4 दिनों में 65 फीसदी पुलिसकर्मी कोरोना टीकाकरण की वैक्सीन लगा पाएंगे या नहीं इस पर संशय बरकरार है.
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पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि किन्ही कारणों की वजह से अभियान के शुरूआती दिनों में टीकाकरण में कमी जरूर दर्ज की गई थी. लेकिन अब धीरे धीरे रफ्तार बढ़ रही है. ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले समय 18 फरवरी 2021 तक अधिकांश पुलिसकर्मी टीकाकरण के तहत वैक्सीन लगवा लेंगे.