देहरादून: कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण कई लोगों की नौकरियां चली गयी हैं. वहीं कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें लॉकडाउन के दौरान सैलरी भी नहीं मिल रही है. ऐसे में इन सब परेशानियों को देखते हुए ईपीएफ यानी भारतीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने कोविड एडवांस स्कीम की शुरूआत की थी. जिसका फायदा अभी तक लगभग 30,000 कर्मचारी उठा चुके हैं. अनलॉक के इस दौर में जब सब कुछ खुल गया है, तब भी सरकार ने कोविड एडवांस स्कीम को जारी रखा है. जिसका अभी भी कर्मचारी फायदा उठा रहे हैं.
कोरोना संकट को देखते हुए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने कर्मचारियों को तीन महीने का एडवांस वेतन देने की योजना बनाई थी. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के इस फैसले के बाद उत्तराखंड राज्य में अप्रैल 2020 से अगस्त 2020 में ही हजारों कर्मचारियों ने आवेदन किया. जिसके बाद इन पांच महीनों में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने लगभग 30 हजार कर्मचारियों को ₹49 करोड़ का भुगतान किया है.
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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के आयुक्त मनोज कुमार यादव ने बताया कि कोरोनाकाल बहुत सारे कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिल पाई, कई इंडस्ट्रीज बंद हो गई थी. जिसके चलते सैलरी न मिल पाने की वजह से कर्मचारियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. जिसे देखते हुए ईपीएफ ने कोविड एडवांस स्कीम को लॉन्च किया था. जिसके तहत कर्मचारी एडवांस 3 महीने की सैलरी या फिर ईपीएफ में जमा धनराशि का 75 फीसदी पैसा निकाल सकते हैं.
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इस स्कीम के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर आसानी से कर्मचारी पैसा निकाल सकते हैं. इस स्कीम के तहत करीब 35,000 लोगों ने अप्लाई किया था. जिसमें से करीब 30,000 लोगों ने ईपीएफ से पैसा निकाला है. साथ ही उन्होंने बताया कि जिन कर्मचारियों के ईपीएफ में मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट आदि चीजें लिंक हैं, उन्हे ऑटो प्रोसेस के जरिए तत्काल धनराशि ट्रांसफर की जा रही है. उन्होंने बताया कि अनलॉक के दौरान भी कर्मचारी इसका लाभ उठा रहे हैं.