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245 आंगनबाड़ी वर्कर्स की सेवाएं समाप्त, कई योजनाओं को लगा झटका

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Published : Feb 4, 2020, 12:06 PM IST

Updated : Feb 4, 2020, 1:03 PM IST

आंगनबाड़ी वर्कर्स के लगातार आंदोलन करने से स्वास्थ्य विभाग की कई योजनाओं को तगड़ा झटका लगा था. ऐसे में विभाग ने करीब 245 कार्यकत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया है.

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आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवाएं समाप्त

देहरादून: बीते कई दिनों से परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर प्रदेश भर की आंगनबाड़ी वर्कर्स अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बाल विकास विभाग द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था, बावजूद इसके वो काम पर नहीं लौटीं. ऐसे में अब विभाग ने करीब 245 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी है.

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवाएं समाप्त

बता दें कि आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन के बैनर तले सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही हैं. ऐसे में विभाग के तीन बार नोटिस जारी करने के बावजूद भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपने काम पर नहीं लौटीं. ऐसे में विभाग ने लगभग 245 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवाएं समाप्त कर दी है. विभाग का कहना है कि कार्यकत्रियों की हड़ताल से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और राष्ट्रीय पोषण मिशन पर क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा था. साथ ही गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए पोषाहार जैसी जरूरी योजनाएं भी प्रभावित हो रही थी.

ये भी पढ़ें: रामलीला में कैकई को मना लेता हूं, पार्टी कार्यकर्ताओं को मनाना कौन सी बड़ी बात: बंशीधर भगत

बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां 18 हजार रुपए मानदेय सहित विभिन्न मांगों को लेकर बीते कई दिनों से आंदोलनरत हैं. इससे पहले आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की हड़ताल की वजह से पल्स पोलियो अभियान को भी तगड़ा झटका लगा और स्वास्थ्य विभाग को अन्य संस्थाओं का सहारा लेना पड़ा था. वहीं, आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष आशा नेगी का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तब तक वो अपना आंदोलन अनवरत जारी रखेंगी.

देहरादून: बीते कई दिनों से परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर प्रदेश भर की आंगनबाड़ी वर्कर्स अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बाल विकास विभाग द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था, बावजूद इसके वो काम पर नहीं लौटीं. ऐसे में अब विभाग ने करीब 245 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी है.

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवाएं समाप्त

बता दें कि आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन के बैनर तले सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही हैं. ऐसे में विभाग के तीन बार नोटिस जारी करने के बावजूद भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपने काम पर नहीं लौटीं. ऐसे में विभाग ने लगभग 245 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवाएं समाप्त कर दी है. विभाग का कहना है कि कार्यकत्रियों की हड़ताल से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और राष्ट्रीय पोषण मिशन पर क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा था. साथ ही गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए पोषाहार जैसी जरूरी योजनाएं भी प्रभावित हो रही थी.

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बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां 18 हजार रुपए मानदेय सहित विभिन्न मांगों को लेकर बीते कई दिनों से आंदोलनरत हैं. इससे पहले आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की हड़ताल की वजह से पल्स पोलियो अभियान को भी तगड़ा झटका लगा और स्वास्थ्य विभाग को अन्य संस्थाओं का सहारा लेना पड़ा था. वहीं, आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष आशा नेगी का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तब तक वो अपना आंदोलन अनवरत जारी रखेंगी.

Intro:बीते कई दिनों से परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर आंदोलनरत आंगनबाड़ी वर्करों को बाल विकास विभाग द्वारा नोटिस जारी होने के बावजूद काम पर नहीं लौटने पर 245 आंगनबाड़ी वर्करों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।


Body: दरअसल आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन के बैनर तले सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश भर में आंदोलनरत हैं। ऐसे में विभाग ने तीन बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद आंगनबाड़ी केंद्रों पर काम पर नहीं लौटने पर जिले में 245 आंगनबाडी कार्यकत्रियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं इनमें कालसी से 242 जबकि चकराता से तीन आंगनबाड़ी वर्करों को बर्खास्त किया गया है। विभाग का कहना है कि कार्यकत्रियों की हड़ताल की वजह से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना राष्ट्रीय पोषण मिशन का कार्य सुचारू नहीं चल पा रहा था, वही गर्भवती माताओं और बच्चों को पोषाहार जैसी जरूरी योजनाएं प्रभावित हो रही थी।


Conclusion:गौरतलब है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मानदेय 18 हजार रुपए के जाने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बीते 2 माह से आंदोलनरत हैं, इससे पूर्व भी पल्स पोलियो अभियान में भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के कार्य से विरक्त होने के बाद स्वास्थ्य महकमे ने अन्य संस्थाओं के माध्यम से पल्स पोलियो अभियान चलाया था, ऐसे में योजनाएं प्रभावित होने के चलते बाल विकास विभाग ने आंदोलनरत आंगनबाड़ी वर्करों को तीन बार नोटिस जारी करने के बाद सख्त रुख अख्तियार करते हुए 245 आंगनवाड़ी वर्करों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं, हालांकि आंगनवाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष आशा नेगी ने कहा है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तब तक वो अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
Last Updated : Feb 4, 2020, 1:03 PM IST
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