ETV Bharat / state

सरकारी नौकरी के नाम पर 24 लाख की ठगी, आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज - देहरादून में क्राइम

गोपेश्वर निवासी विक्रम सिंह ने पुलिस मुख्यालय में डीजीपी को शिकायत की थी कि उनके भाई पंकज सिंह और दोस्त किशन सिंह नौकरी की तलाश में थे. उसी दौरान उनकी मुलाकात ऋषिकेश निवासी प्रदीप उनियाल से हुई. जिसके बाद प्रदीप ने दोनों को कृषि और खाद्य विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. ऐसे में नौकरी के लिए पंकज ने 10 लाख और किशन ने 14 लाख 20 हजार रुपए प्रदीप को दे दिए.

सरकारी नौकरी के नाम पर 24 लाख की ठगी,
सरकारी नौकरी के नाम पर 24 लाख की ठगी
author img

By

Published : Apr 21, 2022, 8:29 AM IST

देहरादून: राजधानी में नौकरी दिलाने के नाम पर दो लोगों के करीब 24 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. वहीं, पीड़ितों की शिकायत के बाद थाना पटेल नगर में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक, गोपेश्वर निवासी विक्रम सिंह ने पुलिस मुख्यालय में डीजीपी को शिकायत की थी कि उनके भाई पंकज सिंह और दोस्त किशन सिंह नौकरी की तलाश में थे. उसी दौरान उनकी मुलाकात ऋषिकेश निवासी प्रदीप उनियाल से हुई. जिसके बाद प्रदीप ने दोनों को कृषि और खाद्य विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. ऐसे में नौकरी के लिए पंकज ने 10 लाख और किशन ने 14 लाख 20 हजार रुपए प्रदीप को दे दिए. रुपए देने के बाद प्रदीप ने दोनों सचिवालय के पास बुलाकर उनका इंटरव्यू भी करवाया.

पढ़ें- उत्तराखंड में पहचान छुपाकर रहने वालों की खैर नहीं, CM के निर्देश पर सत्यापन अभियान शुरू

वहीं, इंटरव्यू होने के बाद भी दोनों युवक नौकरी के लिए सचिवालय और प्रदीप के चक्कर काट रहे लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली. पीड़ितों द्वारा आरोपी प्रदीप से पैसे वापस मांगने पर वह आनाकानी करने लगा. थाना पटेल नगर प्रभारी रविंद्र यादव ने बताया कि डीजीपी मुख्यालय के आदेश के बाद आरोपी प्रदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

देहरादून: राजधानी में नौकरी दिलाने के नाम पर दो लोगों के करीब 24 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. वहीं, पीड़ितों की शिकायत के बाद थाना पटेल नगर में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक, गोपेश्वर निवासी विक्रम सिंह ने पुलिस मुख्यालय में डीजीपी को शिकायत की थी कि उनके भाई पंकज सिंह और दोस्त किशन सिंह नौकरी की तलाश में थे. उसी दौरान उनकी मुलाकात ऋषिकेश निवासी प्रदीप उनियाल से हुई. जिसके बाद प्रदीप ने दोनों को कृषि और खाद्य विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. ऐसे में नौकरी के लिए पंकज ने 10 लाख और किशन ने 14 लाख 20 हजार रुपए प्रदीप को दे दिए. रुपए देने के बाद प्रदीप ने दोनों सचिवालय के पास बुलाकर उनका इंटरव्यू भी करवाया.

पढ़ें- उत्तराखंड में पहचान छुपाकर रहने वालों की खैर नहीं, CM के निर्देश पर सत्यापन अभियान शुरू

वहीं, इंटरव्यू होने के बाद भी दोनों युवक नौकरी के लिए सचिवालय और प्रदीप के चक्कर काट रहे लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली. पीड़ितों द्वारा आरोपी प्रदीप से पैसे वापस मांगने पर वह आनाकानी करने लगा. थाना पटेल नगर प्रभारी रविंद्र यादव ने बताया कि डीजीपी मुख्यालय के आदेश के बाद आरोपी प्रदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.