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शुक्रवार को 2086 श्रद्धालुओं ने किए चारधाम के दर्शन,  कुल आंकड़ा पहुंचा 31 हजार के पार - शुक्रवार को 2086 श्रद्धालुओं ने किए चारधाम के दर्शन

चारधाम आने के लिए अभी तक 69,619 यात्रियों को देवस्थानम बोर्ड ने ई-पास जारी किया है. इसमें बदरीनाथ धाम के लिए 24,256, केदारनाथ धाम के लिए 23,169, गंगोत्री धाम के लिए 13755 और यमुनोत्री धाम के लिए 8,439 यात्रियों को ई-पास जारी किए गए हैं. वहीं, शुक्रवार को 2086 श्रद्धालुओं ने चारों धाम में दर्शन किए.

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देहरादून
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Published : Oct 1, 2021, 10:13 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में लंबे इंतजार के बाद चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है. जिसे लेकर श्रद्धालुओं, पर्यटकों और स्थानीय कारोबारियों के चेहरों पर रौनक बढ़ गई है. यात्रा को लेकर भी लोगों में भारी उत्साह देखने मिल रहा है. अभी तक लगभग 31,003 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. जबकि, अभी तक 69 हजार से ज्यादा लोगों को ई-पास जारी किए जा चुके हैं.

वहीं, 1 अक्टूबर शाम 4 बजे तक बदरीनाथ धाम में 769, केदारनाथ धाम में 506, गंगोत्री धाम में 430 और यमुनोत्री धाम में 381 यात्री दर्शन करने पहुंचे. शुक्रवार को कुल 2086 श्रद्धालुओं ने चारों धाम में दर्शन किए. अभी तक चारधाम आने के लिए 69,619 यात्रियों को देवस्थानम बोर्ड ने ई-पास जारी किये हैं.

जिसमें बदरीनाथ धाम के लिए 24,256, केदारनाथ धाम के लिए 23,169, गंगोत्री धाम के लिए 13755 और यमुनोत्री धाम के लिए 8,439 यात्रियों को ई-पास जारी किए गए हैं. इन ई-पास की सीमा अवधि 15 अक्टूबर तक के लिए है. पहले से बुकिंग होने से चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बुकिंग की डेट अभी नहीं मिल रही है. जिसके चलते श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इसके अलावा आज 1 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के 107 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ के लिए आज से शुरू हुई हेली सेवा, अबतक 9 हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

बता दें कि बीते 16 सितंबर को नैनीताल होईकोर्ट ने चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा को सशर्त खोलने की अनुमति दी थी. जिसके बाद 18 सितंबर से प्रदेश में चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है. ऐसे में श्रद्धालुओं और पर्यटकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है, लेकिन चारधाम में दर्शन की तय सीमित संख्या उन्हें निराश कर रही है. क्योंकि, बिना ई-पास के दर्शन की अनुमति नहीं दी जा रही है.

बाहरी यात्रियों का पंजीकरण अनिवार्यः चारधाम में रोजाना दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या भी निर्धारित की गई है. इसके तहत बदरीनाथ में 1000, केदारनाथ में 800, गंगोत्री धाम में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 यात्री ही रोजाना दर्शन कर पाएंगे. यात्रियों के रुझान के चलते रोजाना तय की गई संख्या के सापेक्ष 15 अक्टूबर तक की बुकिंग पहले ही हो चुकी है. वहीं, यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल की वेबसाइट smartcitydehradun.uk.gov.in पर अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा. वहीं, उत्तराखंड के लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है.

ये भी पढ़ेंः 10 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे हेमकुंड साहिब के कपाट

ई-पास रजिस्ट्रेशन जरूरीः वहीं, ई-पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http://badrinah-Kedarnath.uk.gov.in प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड निगेटिव रिपोर्ट या फिर दोनों डोज वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट जमा करना है. वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के 15 दिन बाद ही यात्रा मार्ग पर जाने की अनुमति दी जाएगी. जिन लोगों को दोनों डोज नहीं लगी होंगी, उन्हें अपनी कोविड RT-PCR की 72 घंटे पुरानी निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी. केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के यात्रियों को वैक्सीन की दोनों डोज के बाद भी निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी, जिसके बाद ही उन्हें दर्शन का पास दिया जाएगा.

देहरादूनः उत्तराखंड में लंबे इंतजार के बाद चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है. जिसे लेकर श्रद्धालुओं, पर्यटकों और स्थानीय कारोबारियों के चेहरों पर रौनक बढ़ गई है. यात्रा को लेकर भी लोगों में भारी उत्साह देखने मिल रहा है. अभी तक लगभग 31,003 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. जबकि, अभी तक 69 हजार से ज्यादा लोगों को ई-पास जारी किए जा चुके हैं.

वहीं, 1 अक्टूबर शाम 4 बजे तक बदरीनाथ धाम में 769, केदारनाथ धाम में 506, गंगोत्री धाम में 430 और यमुनोत्री धाम में 381 यात्री दर्शन करने पहुंचे. शुक्रवार को कुल 2086 श्रद्धालुओं ने चारों धाम में दर्शन किए. अभी तक चारधाम आने के लिए 69,619 यात्रियों को देवस्थानम बोर्ड ने ई-पास जारी किये हैं.

जिसमें बदरीनाथ धाम के लिए 24,256, केदारनाथ धाम के लिए 23,169, गंगोत्री धाम के लिए 13755 और यमुनोत्री धाम के लिए 8,439 यात्रियों को ई-पास जारी किए गए हैं. इन ई-पास की सीमा अवधि 15 अक्टूबर तक के लिए है. पहले से बुकिंग होने से चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बुकिंग की डेट अभी नहीं मिल रही है. जिसके चलते श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इसके अलावा आज 1 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के 107 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.

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बता दें कि बीते 16 सितंबर को नैनीताल होईकोर्ट ने चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा को सशर्त खोलने की अनुमति दी थी. जिसके बाद 18 सितंबर से प्रदेश में चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है. ऐसे में श्रद्धालुओं और पर्यटकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है, लेकिन चारधाम में दर्शन की तय सीमित संख्या उन्हें निराश कर रही है. क्योंकि, बिना ई-पास के दर्शन की अनुमति नहीं दी जा रही है.

बाहरी यात्रियों का पंजीकरण अनिवार्यः चारधाम में रोजाना दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या भी निर्धारित की गई है. इसके तहत बदरीनाथ में 1000, केदारनाथ में 800, गंगोत्री धाम में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 यात्री ही रोजाना दर्शन कर पाएंगे. यात्रियों के रुझान के चलते रोजाना तय की गई संख्या के सापेक्ष 15 अक्टूबर तक की बुकिंग पहले ही हो चुकी है. वहीं, यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल की वेबसाइट smartcitydehradun.uk.gov.in पर अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा. वहीं, उत्तराखंड के लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है.

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ई-पास रजिस्ट्रेशन जरूरीः वहीं, ई-पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http://badrinah-Kedarnath.uk.gov.in प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड निगेटिव रिपोर्ट या फिर दोनों डोज वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट जमा करना है. वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के 15 दिन बाद ही यात्रा मार्ग पर जाने की अनुमति दी जाएगी. जिन लोगों को दोनों डोज नहीं लगी होंगी, उन्हें अपनी कोविड RT-PCR की 72 घंटे पुरानी निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी. केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के यात्रियों को वैक्सीन की दोनों डोज के बाद भी निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी, जिसके बाद ही उन्हें दर्शन का पास दिया जाएगा.

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