देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर के बीच जहां देशभर में वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है, तो वहीं उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण डीप फ्रीजर खुले में धूल फांक रहे हैं. करीब 6 माह पूर्व जब कोविड-19 वेक्सिनेशन शुरू करने की तैयारियां चल रही थी, तो वैक्सीन की कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए डीप फ्रीजर की आवश्यकता महसूस हुई, लेकिन उत्तराखंड के केंद्रीय औषधि भंडार में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण 150 से ज्यादा डीफ फ्रीजर बारिश और धूप में खुले में पड़े हुए है.
देहरादून के चंदन नगर स्थित स्वास्थ्य विभाग के केंद्रीय औषधि भंडार में करीब 150 से अधिक डीप फ्रीज़र खुले में पड़े हुए हैं, लेकिन विभाग ने उन्हें सुरक्षित जगह रखने की जहमत तक नहीं उठाई. चंदन नगर स्थित स्टोर कंपाउंड में पड़े ये फ्रीजर लकड़ी की पैकेजिंग से युक्त हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश होने के कारण इनके पूरी तरह से खराब होने की संभावनाएं बनी हुई है. गोदरेज कंपनी की तरफ से बनाए गए वैक्सीन के लिए इन डीप फ्रीज़र की कीमत भी करोड़ों में है, लेकिन संबंधित अधिकारियों का इस और कोई ध्यान नहीं गया है.
इन फ्रीजर को जल्द जिलों में भेजा जाएगा- डॉ. विनीता शाह
डीप फ्रीजर के सवाल पर केंद्रीय औषधि भंडार की निदेशक डॉ. विनीता शाह का कहना है कि डीप फ्रीजर को चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में भेजा जा रहे है. आखिर इतने महंगे डीप फ्रीजर खुले आसमान पड़े होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन फ्रीजर को अन्य जिलों में जल्द भेज दिया जाएगा.
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खजान दास ने व्यक्त की नाराजगी
केंद्रीय औषधि भंडार पहुंचे राजपुर विधायक खजानदास ने कहा है कि उनके पास जगह की कमी है. इन फ्रीजर को सुरक्षित रखने के लिए विभाग व्यवस्था कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने चिंता व्यक्त की है. इसके साथ ही स्टोर निदेशक से इन डीप फ्रीजर को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर रखवाने की बात कही है.
पीपुल्स फोरम भी नाराज
पीपुल्स फोरम के अध्यक्ष जयकृत कंडवाल ने इसे एक बड़ी लापरवाही बताया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा है और डीजी हेल्थ को भी इस बारे में अवगत कराया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो उन्हें चंदन नगर स्थित केंद्रीय औषधि भंडार में आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ सकता है.