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उत्तराखंड में आफत की बारिश, 2 बॉर्डर रोड सहित प्रदेश में कुल 131 सड़कें बंद

उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला जारी है. बारिश के कारण प्रदेशभर में 2 बॉर्डर रोड सहित कुल 131 सड़कें बंद हैं. जिन्हें खोलने का काम जारी है.

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उत्तराखंड में आफत की बारिश
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Published : Jul 7, 2023, 3:36 PM IST

Updated : Jul 7, 2023, 4:13 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में एक तरफ चार धाम यात्रा चल रही है. वहीं, दूसरी तरफ मानसून भी शासन प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. मानसून की बारिश से प्रदेश भर में 2 बॉर्डर सड़क सहित कुल 131 सड़कें बंद हैं. जिन्हे खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी की टीम लगी है. इसके अलावा भूस्खलन और दूसरी परेशानियों का भी लोगों को सामना करना पड़ रहा है.

मानसून सीजन के दौरान लगातार पिछले कई घंटों से हो रही बारिश ने शासन प्रशासन की चुनौतियां और ज्यादा बढ़ा दी हैं. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते प्रदेश भर में दो बॉर्डर रोड और 131 छोटे-बड़े मार्ग भारी बारिश की वजह से बाधित हैं. सबसे ज्यादा 40 सड़कें चमोली जिले में बंद हैं. इसके अलावा पिथौरागढ़ में 2 बॉर्डर रोड और 10 ग्रामीण सड़कें बारिश की वजह से बाधित हैं. इसी तरह से देहरादून में 13 ग्रामीण सड़कें, टिहरी में 15 सड़कें, उत्तरकाशी में 3 सड़कें, बागेश्वर में 4 सड़कें, रुद्रप्रयाग में 8 सड़कें, पौड़ी में 4 सड़कें, अल्मोड़ा में 10 सड़कें, नैनीताल में 21 सड़कें, चंपावत में 11 सड़कें बारिश की वजह से बाधित हैं. जिन्हें खोलने का काम जारी है.

पढ़ें-उत्तराखंड कृषि मंडी समिति की 36वीं बोर्ड में भड़के कृषि मंत्री गणेश जोशी, अधिकारियों को सुनाई खरी-खोटी

लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष दीपक कुमार यादव ने बताया विभाग ने अपनी कुछ गाइडलाइन सेट की है. किसी भी सड़क को जल्द से जल्द खोलने के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने बताया फील्ड में सभी तरह के उपकरण डिप्लॉय किए गए हैं. जेसीबी GPS ट्रैकिंग के साथ अलग-अलग सेक्टर में तैनात किए गए हैं. संबंधित अधिकारी की सूचना भी उसके फोन नंबर सहित सार्वजनिक की गई है. इसके अलावा विभाग ने अपने नोडल अधिकारी को आपदा प्रबंधन के साथ सामंजस्य स्थापित करने के लिए तैनात किए हैं.

पढ़ें- Cabinet Meeting: कैबिनेट बैठक में 33 प्रस्तावों पर लगी मुहर, उत्तराखंड क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट को मिली मंजूरी

दीपक कुमार यादव ने बताया कि राज्य में मौजूद सभी 8 हजार सड़कों पर 468 जेसीबी मशीन और पोकलैंड मशीन डिप्लॉय की गई है. विभाग द्वारा हर 100 किलोमीटर पर एक जेसीबी तैनात की गई है. चार धाम यात्रा रूट पर किसी जगह पर यात्रा सड़क बाधित होने की वजह से ज्यादा देर तक नहीं रोकी जा रही है.

कुमाऊं मंडल में अब तक कुल 60 सड़कें बंद: कुमाऊं में 10 जुलाई तक मौसम का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. नैनीताल, बागेश्वर,पिथौरागढ़ चंपावत, अल्मोड़ा जिलों में लगातार बारिश हो रही है. मौसम की ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. भारी बारिश के चलते कुमाऊं मंडल में अभी तक 60 सड़कों के बंद होने की सूचना मिली है. जिसमें से 56 ग्रामीण सड़कें बंद हैं. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के मुताबिक आज शाम तक 50 सड़कों के खुलने की उम्मीद है, जबकि 12 सड़कों को खुलने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है. सभी सड़कों को खोलने का प्रयास युद्ध स्तर पर चल रहा है.

देहरादून: उत्तराखंड में एक तरफ चार धाम यात्रा चल रही है. वहीं, दूसरी तरफ मानसून भी शासन प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. मानसून की बारिश से प्रदेश भर में 2 बॉर्डर सड़क सहित कुल 131 सड़कें बंद हैं. जिन्हे खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी की टीम लगी है. इसके अलावा भूस्खलन और दूसरी परेशानियों का भी लोगों को सामना करना पड़ रहा है.

मानसून सीजन के दौरान लगातार पिछले कई घंटों से हो रही बारिश ने शासन प्रशासन की चुनौतियां और ज्यादा बढ़ा दी हैं. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते प्रदेश भर में दो बॉर्डर रोड और 131 छोटे-बड़े मार्ग भारी बारिश की वजह से बाधित हैं. सबसे ज्यादा 40 सड़कें चमोली जिले में बंद हैं. इसके अलावा पिथौरागढ़ में 2 बॉर्डर रोड और 10 ग्रामीण सड़कें बारिश की वजह से बाधित हैं. इसी तरह से देहरादून में 13 ग्रामीण सड़कें, टिहरी में 15 सड़कें, उत्तरकाशी में 3 सड़कें, बागेश्वर में 4 सड़कें, रुद्रप्रयाग में 8 सड़कें, पौड़ी में 4 सड़कें, अल्मोड़ा में 10 सड़कें, नैनीताल में 21 सड़कें, चंपावत में 11 सड़कें बारिश की वजह से बाधित हैं. जिन्हें खोलने का काम जारी है.

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लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष दीपक कुमार यादव ने बताया विभाग ने अपनी कुछ गाइडलाइन सेट की है. किसी भी सड़क को जल्द से जल्द खोलने के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने बताया फील्ड में सभी तरह के उपकरण डिप्लॉय किए गए हैं. जेसीबी GPS ट्रैकिंग के साथ अलग-अलग सेक्टर में तैनात किए गए हैं. संबंधित अधिकारी की सूचना भी उसके फोन नंबर सहित सार्वजनिक की गई है. इसके अलावा विभाग ने अपने नोडल अधिकारी को आपदा प्रबंधन के साथ सामंजस्य स्थापित करने के लिए तैनात किए हैं.

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दीपक कुमार यादव ने बताया कि राज्य में मौजूद सभी 8 हजार सड़कों पर 468 जेसीबी मशीन और पोकलैंड मशीन डिप्लॉय की गई है. विभाग द्वारा हर 100 किलोमीटर पर एक जेसीबी तैनात की गई है. चार धाम यात्रा रूट पर किसी जगह पर यात्रा सड़क बाधित होने की वजह से ज्यादा देर तक नहीं रोकी जा रही है.

कुमाऊं मंडल में अब तक कुल 60 सड़कें बंद: कुमाऊं में 10 जुलाई तक मौसम का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. नैनीताल, बागेश्वर,पिथौरागढ़ चंपावत, अल्मोड़ा जिलों में लगातार बारिश हो रही है. मौसम की ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. भारी बारिश के चलते कुमाऊं मंडल में अभी तक 60 सड़कों के बंद होने की सूचना मिली है. जिसमें से 56 ग्रामीण सड़कें बंद हैं. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के मुताबिक आज शाम तक 50 सड़कों के खुलने की उम्मीद है, जबकि 12 सड़कों को खुलने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है. सभी सड़कों को खोलने का प्रयास युद्ध स्तर पर चल रहा है.

Last Updated : Jul 7, 2023, 4:13 PM IST
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